1 थिस्सलुनीकी 4:5 - Garhwali5 अर बिस्वास नि करण वळा लोगु, का जन सरील का गळत सम्बन्ध रखण की इच्छा नि रखा जु की परमेस्वर तैं नि जणदिन। Faic an caibideilगढवली नयो नियम5 अर यु काम भोगविलास कि मनसा से न अर न ऊं अन्यजाति का लुखुं का जन कन चयणु च जु पिता परमेश्वर तैं नि जणदींनि। Faic an caibideil |
अर सच्चि मा पिता परमेस्वर ज्ञानी च। अर वेन अपणा ज्ञान का मुताबिक इन कैरी, अब चै मनखि कथगा भि ज्ञानी किलै नि हो, मगर उ अपणा ज्ञान से पिता परमेस्वर तैं नि पछ्याणी सकदु। इलै जब हम यीशु मसीह का बारा मा परचार करद्यां, त बिस्वास करण वळा लोगु तैं बचौण पिता परमेस्वर तैं अच्छु लगदु। अर जु लोग पिता परमेस्वर तैं नि पछ्याणदिन वु लोग ये वचन खुणि बेकार की बुल्दिन।
अर जब यीशु वापस आलु, त वेका अपणा लोग वेको बड़ु आदर-सम्मान करला अर वे खुणि ताजुब करला, किलैकि जु वचन हमुन तुमतै बतै वे पर तुमुन बिस्वास कैरी। इलै तुम भि ऊं पवित्र लोगु का दगड़ा मा सामिल ह्वे जैल्या, मगर जु बिस्वास नि करदिन वु लोग वे दिन पर प्रभु का समणि अर वेकी महानता मा बटि दूर किये जाला, अर सदनि का विणास को दण्ड पाला। किलैकि ऊंन हमरा प्रभु यीशु का बारा मा वेकी ईं अच्छी खबर तैं नि माणी, अर ना ही हमरा परमेस्वर तैं पछ्याणदिन। अर जब यीशु वापस आलु, तब यू सब कुछ होलु।
किलैकि तुम लोगु न पैलि अपणा जीवन तैं दुनियां का लोगु का दगड़ा मा मिली के बुरी इच्छाओं तैं पूरु करण मा भौत बरबाद कैरियाली, जन कि भोग-बिलास, हवस, दरोळया होण, अर दुनियां की रंगरेलीयों मा, घतोलि-घतोलि के दारु पीण मा, अर मूरत पूजा करण जु कि इन्द्रया काम छिन जौं से की पिता परमेस्वर तैं घिण औन्दी, अर तुम भि पैलि इन्नि कामों मा लग्यां रौन्दा छा।