1 थिस्सलुनीकी 4:12 - Garhwali12 ताकि तुमतै कै भि बात की कमी नि हो, अर तुमरा जीवन तैं देखि के बिस्वास नि करण वळा लोग तुमरो आदर-सम्मान करला। Faic an caibideilगढवली नयो नियम12 कि अविश्वासी, देखा कि तुम हर दिन कन बरतौ करदां, अर तुम्हरो आदर कैरा, अर ज्यां भि चीजों की तुम तैं जरूरत च वां कु तुम तैं कै और पर भि निर्भर नि रौंण पुड़लो। Faic an caibideil |
अर हमरु सभौ दिन का उज्याळा का जन हो। हाँ, जन दिन को उज्याळु सभ्यों पर चमकदु, ठिक उन्नि हमरु सभौ भि हो ताकि वेका द्वारा हम सब लोगु खुणि अच्छु सभौ वळा बणि जा। अर नऽ त हमतै मौज-मस्ती करण चयेणी, अर ना ही हमतै नसा करण वळु होण चयेणु। अर नऽ त हमतै गळत सम्बन्ध रखण चयेणा, अर ना भोग-बिलास करण चयेणु, अर नऽ त हमतै कै का दगड़ा मा लड़ै-झगड़ा करण चयेणा, अर ना ही हमतै एक-दुसरा तैं देखि के जलत्यौण चयेणु।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, कुछ और बात भि छिन जु की सच्चि अर सोच-विचार करण का लैख छिन, अर यू वु बात छिन जु कि साफ अर पवित्र छिन अर यों बातों बटि प्यार किये जान्दु, अर यू खुश कैर देण वळी छिन, अर यों मा हरेक किसम का गुण पये जनदिन, अर यों बातों की तारीफ किये जान्दी, अर यू वु बात छिन जौं पर लगातार तुमतै अपणु ध्यान लगौण चयेणु।