1 थिस्सलुनीकी 3:3 - Garhwali3 अर वेतैं भेजण को हमरु यू मकसद च कि जु सतौ तुम लोग सौणा छाँ, ये सतौ की वजै से कखि तुम बिस्वास करण से पिछनै नि हटि जां। अर तुम अफि जणद्यां, कि हम बिस्वासी लोगु पर ये सतौल त औण ही औण च। Faic an caibideilगढवली नयो नियम3 कि कुई भि यूं क्लेशों का कारण अपड़ा विश्वास मा डगमगै नि जौं; किलैकि तुम अफी जंणदा, कि हम तैं कष्ट उठांण पुड़लो। Faic an caibideil |
मगर हम लोग अभि तक धरती का राजा नि बणयां। मितैं त इन लगदु, कि हम खास चेलों तैं पिता परमेस्वर न इन्द्रयो मनखि बणयूं च, जौं की हालत दुनियां का सब लोगु मा बटि सबसे जादा खराब च। हम त वु लोग छां जौं कि बुरै ही किये जान्दी अर तमसो बणयै जान्दु। अर यू सब त इलै च किलैकि पिता परमेस्वर न हमतै खास चेला का रुप मा चुण्यालि, जौं खुणि मौत की आज्ञा ठैरैईं च, इलै हम दुनियां का लोग खुणि अर स्वर्गदूतों खुणि एक तमसो बणि ग्यां।