1 थिस्सलुनीकी 2:1 - Garhwali1 हे मेरा भै-बैंणो, तुम खुद ही जणद्यां कि हमरु तुमरा पास औण बेकार नि गै। Faic an caibideilगढवली नयो नियम1 हे विश्वासी भयों, तुम अफी जंणदा छा कि हमारो तुम मा आंण बड़ो प्रभावशाली रै। Faic an caibideil |
अर उख मि इलै ग्यों, किलैकि परमेस्वर न मि पर यू परगट कैरी छौ, कि मितैं उख जाण चयेणु। अर उख मि ऊं लोगु से मिलु, जु कि बिस्वासी समुदाय का अध्यक्ष लोग छा। अर ईं सभा मा मिन ऊंतैं अकेला मा जैके वे शुभ समाचार का बारा मा बतै, जैको परचार मि ऊं लोगु का बीच मा कनु छौं जु यहूदी जाति का नि छिन। अर इन मिन इलै कैरी, ताकि मेरी पैले की मेनत अर ज्वा मि अभि कनु छौं, कखि वा बरबाद नि ह्वे जौ।
अर जब हम तुमरा पास अयां, त तुमुन परमेस्वर का वचन तैं स्वीकार कैरी। अर वे वचन तैं मनखि को वचन नि समझि, बल्किन मा परमेस्वर को वचन समझि के अपणा जीवन मा स्वीकार कैरी। इलै ईं बात का खातिर हम लगातार परमेस्वर को धन्यवाद करद्यां। अर या बात सच्च च, किलैकि यू वचन सच्चि मा परमेस्वर को ही वचन च जु की तुम बिस्वासी लोगु का बीच मा काम कनु च।