1 पतरस 5:8 - Garhwali8 चौकस अर बिज्यां रा, किलैकि तुमरो बैरी शैतान डुकरताळ मरण वळा शेर का जन च, जु कि इन ताक मा रौन्दु कि कब कैतैं फाड़ी के खै द्यो। Faic an caibideilगढवली नयो नियम8 हमेशा तैयार रावा, अर बिज्यां रावा, किलैकि शैतान, तुम्हरो दुश्मन तुम पर हमला कन चांद कि तुम पिता परमेश्वर की आज्ञाओं को पालन नि कैरा। उ घुरांण वला शेर का जन च, जु अगनैं घुमद रौंदो कि उ कै तैं खै साक। Faic an caibideil |
अर उन्नि मि चान्दु, कि जनानियां भि दुसरो तैं दिखाणु खुणि अपणा बाळो तैं बन्नि-बन्नि किसम से नि बणा, अर ना दिखाणु खुणि सोना, मोति अर मैंगा कपड़ा पैरा। पर मि तुमतै बतै देन्दु कि तुमतै क्या करण चयेणु, तुम सीदी-सादी बणि के अर ढंग का कपड़ा पैरि के तयार ह्वा। अर भलै का कामों का द्वारा अपणा जीवन तैं सजा,
तब मिन स्वर्ग मा एक ऊँची आवाज तैं इन ऐलान करद सुणी, “सुणा, अब हमरा परमेस्वर की तरफा बटि मिलण वळु छुटकारा, अधिकार अर राज की स्थापना ह्वे गै, अर वेका मसीह को राज कन को अधिकार परगट ह्वे गै, किलैकि हमरा बिस्वासी भै-बैंणो पर दोष लगौण वळा तैं मूड़ी ढुळै गै, अर यू वु छौ जैन पिता परमेस्वर का समणि रै के ऊं पर दिन-रात दोष लगौण को काम कैरी।