1 पतरस 4:4 - Garhwali4 अर अब ऊं लोगु तैं बड़ु ताजुब होन्दु, किलैकि अब तुम इन्द्रया बुरा कामों मा अपणा दगड़्यों को साथ नि देन्द्यां, त इलै तुमरा दगड़्या तुमरो अपमान करदिन। Faic an caibideilगढवली नयो नियम4 यु ही कारण तुम्हरा पुरणा दगड़िया भौचक हवे जनदींनि जब तुम ऊं दगड़ी ऊं बुरी चीजों मा शामिल नि हूंदियां जु उ करदींनि। इलै उ तुम्हरी बदनामी करदींनि। Faic an caibideil |
अर हमरु सभौ दिन का उज्याळा का जन हो। हाँ, जन दिन को उज्याळु सभ्यों पर चमकदु, ठिक उन्नि हमरु सभौ भि हो ताकि वेका द्वारा हम सब लोगु खुणि अच्छु सभौ वळा बणि जा। अर नऽ त हमतै मौज-मस्ती करण चयेणी, अर ना ही हमतै नसा करण वळु होण चयेणु। अर नऽ त हमतै गळत सम्बन्ध रखण चयेणा, अर ना भोग-बिलास करण चयेणु, अर नऽ त हमतै कै का दगड़ा मा लड़ै-झगड़ा करण चयेणा, अर ना ही हमतै एक-दुसरा तैं देखि के जलत्यौण चयेणु।