1 पतरस 4:3 - Garhwali3 किलैकि तुम लोगु न पैलि अपणा जीवन तैं दुनियां का लोगु का दगड़ा मा मिली के बुरी इच्छाओं तैं पूरु करण मा भौत बरबाद कैरियाली, जन कि भोग-बिलास, हवस, दरोळया होण, अर दुनियां की रंगरेलीयों मा, घतोलि-घतोलि के दारु पीण मा, अर मूरत पूजा करण जु कि इन्द्रया काम छिन जौं से की पिता परमेस्वर तैं घिण औन्दी, अर तुम भि पैलि इन्नि कामों मा लग्यां रौन्दा छा। Faic an caibideilगढवली नयो नियम3 पिछला बगत मा तुम ल उ सब कन मा भौत बगत बर्बाद कैरी जै तैं कैरी के गैर-विश्वासी खुश हूंदींनि, तुम्हरो जीवन अनैतिकता अर वासना, ऊंका खांणु अर पियक्कड़पन अर असभ्य दावतों, अर ऊंकी मूर्तियों की पूजा मा व्यतीत हूंणु च जै बट्टी पिता परमेश्वर घृणा करद। Faic an caibideil |
अर हमरु सभौ दिन का उज्याळा का जन हो। हाँ, जन दिन को उज्याळु सभ्यों पर चमकदु, ठिक उन्नि हमरु सभौ भि हो ताकि वेका द्वारा हम सब लोगु खुणि अच्छु सभौ वळा बणि जा। अर नऽ त हमतै मौज-मस्ती करण चयेणी, अर ना ही हमतै नसा करण वळु होण चयेणु। अर नऽ त हमतै गळत सम्बन्ध रखण चयेणा, अर ना भोग-बिलास करण चयेणु, अर नऽ त हमतै कै का दगड़ा मा लड़ै-झगड़ा करण चयेणा, अर ना ही हमतै एक-दुसरा तैं देखि के जलत्यौण चयेणु।
अर मितैं ईं बात कि चिन्ता च कि जब मि तुमरा पास फिर से औलु, अर अगर जु तुमरा बीच मा भौत सा लोग अभि भि अपणा पुरणा पापों मा ही फंस्यां छिन, अर अपणा मनों मा गळत विचार रखदिन, या सरील का गळत सम्बन्ध रखणा छिन, जौन अपणा यों पापों से पस्ताप नि कैरी त मितैं तुमरि खातिर दीन होण पोड़लु, अर पिता परमेस्वर का समणि रुंण पोड़लु।
किलैकि भौत सा लोग इन छिन, जु कि हम बिस्वासी लोगु का बीच मा चुपचाप से घुसी के ऐ गैनी। अर यू लोग पिता परमेस्वर की भक्ति नि करदिन, अर हमरा पिता परमेस्वर की किरपा को गळत फैदा उठे के वेको इस्तेमाल भोग-बिलास मा करदिन। अर यू झूठ्ठा लोग हमरा यीशु मसीह तैं नकारी देन्दिन, जु की एकमात्र मालिक अर प्रभु च, पर यों लोग खुणि पैलि बटि दण्ड ठैर्युं के रख्युं च।