1 पतरस 1:4 - Garhwali4 ज्वा कि एक विरासत का रुप मा हम खुणि स्वर्ग मा रखी च, अर वा विरासत कभि नि मिटण वळी च, ज्वा कि सदनि तक रौण वळी अर शुद्ध च। Faic an caibideilगढवली नयो नियम4 हम ऊं महान आशीषों तैं पांणु कु अगनैं का तरपां दिखदां जु पिता परमेश्वर अपड़ा लुखुं कु रखद। वेल ऊं तैं तुम कु स्वर्ग मा रख्युं च, जख उ सड़दी नि च, या खराब नि हूंद, Faic an caibideil |
अर अगर जु हम पिता परमेस्वर की औलाद छां, त यां को मतलब यू च कि हम वेका वारिस भि छां। अर स्वर्ग मा जन यीशु मसीह पिता परमेस्वर को वारिस च, ठिक उन्नि स्वर्ग मा हमतै भि वेसे वारिस होण को अधिकार मिलण, अर यू अधिकार मिलण की वजै से हम भि यीशु मसीह का दगड़ा मा साझी ह्वे जौला। इलै हे मेरा भै-बैंणो, या बात सच्च च कि अगर हम यीशु मसीह की तरौं दुख-तकलीफ सौन्द्यां, त स्वर्ग मा पिता परमेस्वर हमतै भि जरुर आदर-सम्मान द्यालु।
अर हरेक उ मनखि जु दौड़ मा सामिल होण चान्दु, पैलि उ भौत मेनत करदु अर अपणी हरेक इच्छा तैं मरदु अर यू सब कुछ त उ जीतणु खुणि करदु, ताकि उ जीत का इनाम तैं पै सैको जैन एक दिन नास ह्वे जाण। मगर मि तुमतै बतै देन्दु कि हम बिस्वासी लोग सब कुछ पिता परमेस्वर खुणि करद्यां अर हमतै इन्द्रयो इनाम मिलण जैको नास कभि नि होण।