अऊँ सुसमाचार रा प्रचार करदा ठेरैतांये अऊँ अपराधी सांईयै दुख झेलू करदा हा। ऐठी तक कि अऊँ कैदी भी हा पर कोई भी प्रमात्मैं रा सुसमाचार जो फैलणै थऊँ रोकी ना सकदा।
अहै जाणदै हिन कि अहै पैहलै आत्मिक रूप थऊँ मरूरै थियै पर अबै अहै आत्मिक रूप थऊँ जिन्दा हिन। अहै ऐह ठेरैतांये जाणदै हिन कि अहै अपणै विस्वासी भाई सितै प्यार करदै हिन, जैडा प्यार ना करदा सो आत्मिक रूप थऊँ मरूरा हा।