6 बा पाच म्हेना म मिनख मोत ढुंढसी पण बानै मोत कोनी आसी। बे मरबो चासी पण मोत बाकै अगाऊ भागसी।
बि घड़ी मिनख डूँगरऊँ बोलसी म्हारै प पड़ मरो अर डूँगर्याऊँ बोलसी म्हानै लुखाले।
बे डूँगराऊँ अर ढाडऊँ बोलर्या हा, “म्हारै प गिर पड़ो अर जखो सिंघासन प बिराजै ह बिऊँ अर उन्या की झाळऊँ म्हानै लुखाल्यो।