म उपर अकास म चमत्कार अर निचै धरती प अचरजभर्या काम करस्युं। बा दिना म लोय, लाय अर धुँआ को बादळ होसी। परबु क पाछो आबा का बि म्हान अर मेमाभर्या दिन क आबाऊँ पेली
जद चोथो ईस्बर नगरी दुत जंय्यांई तूताड़ी फूंकी जणा एक तिहाई सूरज, चाँद अर तारा प विपदा आई। अर बाको एक तिहाई भाग काळो होगो जिकी बजेऊँ एक तिहाई दिन अर रात म अँधेरो छागो।