11 इ तारा को नाम नागदौना हो, जिकै बजेऊँ एक तिहाई पाणी नागदौना म बदलगो , अर खारो होगो , जिनै पीबाऊँ बोळा मिनख मरगा।
थे ध्यानऊँ रेहज्यो कदै अंय्यां नइ होज्या क थारै मऊँ कोई परमेसर की दयाऊँ चूक ज्यावै। अर ध्यान राखज्यो क थारै मऊँ कोई खारी जड़ नइ निकळै जखी कयानै असुद अर दुख देबा की बजे बाजै।
बो आपकी पूंछऊँ सपाटो मार'र आसमानऊँ एक तिहाई तारानै धरती प फेक दिओ। अर बो बी लूगाई क सामै जखी टाबर जलम्बाळी ह खड़्यो होगो जिऊँ जद बा टाबर जलमै जणा बो बि टाबरनै निगळज्या।
पेलो ईस्बर नगरी दुत जंय्यांई तूताड़ी बजाई बंय्यांई ओळा, लोय अर आग एक सागै मिलेड़ी दिखी। अर बानै धरती प फेक दिओ गयो जिऊँ धरती अर दरख्ता को एक तिहाई भाग बळर राख होगो, अर सगळी हरी घास बी बळगी।
जणा बे च्यारू दुत छोड दिआ गया, जानै परमेसर बि घड़ी, बि दिन, बि म्हेना अर बि बरस ताँई त्यार करमाल्या जिऊँ बे आपका सिपायानै ताकत देवै अर बे हुकम नइ मानबाळा एक तिहाई मिनखानै मार गेरै।
बाकै मुंडाऊँ जखी आग, धुँआ अर तिजाब निकळरी ही बिऊँ हुकम नइ मानबाळा एक तिहाई मिनख मार्या गया।