अर मेरा बिस्वासी सिरी सुजुगे, म तेरूँ बी अरदास कर आ चाऊँ हूँ क जखी लूगाया मेरै सागै चोखा समचारनै फेलाबा म क्लेमेंस अर मेरा ओर बी सिर्या क सागै मेनत करी ही बाको सागो दिआ कर क्युं क बाको नाम बी जीवन की पोथी म मंडेड़ो ह।
जखा मिनखा को नाम बि उन्या की जीवन हाळी पोथी म कोनी मांडेड़ो बे सगळा मिनख इ डरावना जानबरनै धोकसी। ओ उन्यो जखो इ सरस्टि की सरूआतऊँई बलि होबा ताँई ते कर्यो गयो हो।
जिकै कान ह बे बानै खोल ले क, पबितर आत्मा बिस्वासी मंडळ्याऊँ काँई बोलै ह। जखो बी बुराईऊँ जीतसी म बिनै जीवन का दरख्त को फळ खाबा को हक देस्युँ जखो परमेसर का बाग म ह।
कोई असुद चिज तो बिकै मांयनै बड़ई कोनी सकै, अर नइ बे जखा सूगला अर धोकेबाज हीं, पण बि नगरी म तो बेई बड़ सकै ह जखा को नाम उन्या की जीवन हाळी पोथी म मंडर्या ह।
जखो जीतै ह बिनै म मेरा परमेसर को पबितर तम्मू को खम्बो बणास्युं। अर बिकै पाछै बे कदैई बारनै कोनी जासी। म बिकै उपर मेरा परमेसर को नाम, नई नगरी यरूसलेम जखी परमेसर की ईस्बर नगरीऊँ उतरबाळी ह बिको नाम अर मेरो नयो नाम मांडस्युं।
बा सगळानै धोळा चोळा पिराया गया हा अर ओडायो गयो हो क, “क्युंक घड़ी ओर उडिको जद ताँई क थारा साती-संगी अर थारा भाईड़ा की गिणती पूरी नइ होज्यावै जानै बंय्यांई मार्यो जासी जंय्यां थानै मार्यो गयो हो।”