2 बिकै सागै धरती का राजा कुकरम कर्या, अर धरती प रेह्बाळा बिकी कुकरम की अँगूरीऊँ मतवाळा होगा हा।”
अर बोल्यो, “सगळा मिनख पेली चोखी अँगूरी परोसी हीं, अर मिनखा क पीर धाप्या पाछै हळकी। पण तू तो चोखी अँगूरी हाल ताँई राख राखी ह।”
बिकै गेलकी गेल दुसरो ईस्बर नगरी दुत आर बोल्यो, “‘बडी नगरी बाबुल नास हो! नास हो,’ आ नगरी सगळा मिनखानै आपकी कुकरम की वासना की अँगूरी पिलाई ही।”
बे दसु राजा एक मन होसी, अर बे आप-आपकी सक्ति अर अधिकार बि खुखार ज्यानबरनै देसी।
क्युं क परमेसर आपकी बातनै पूरी करबा ताँई बाकै मन म अंय्यां करसी अर बानै एक मन होर अंय्यां करबा ताँई उकसासी जिऊँ बे आपकी सक्ति अर आपको अधिकार बि खुखार ज्यानबरनै दे देसी।
बिकै माथा प नाम मंडर्यो हो जखो एक भेद हो , सऊँ बडी नगरी बाबुल बेस्या अर सूगली चिजा की माँ
जि खुखार ज्यानबरनै तू देख्यो ह, बो पेली हो इब कोनी पण बो जिंदो होर पताळऊँ ओज्यु आसी अर बिको नास होज्यासी। अर धरती प रेह्बाळा बे मिनख जाका नाम जुगादऊँई जीवन की पोथी म कोनी मांडेड़ा बे इ खुखार ज्यानबरनै देखर ताजूब करसी, क्युं क ओ पेला जिंदो हो पण इब कोनी पण बो आबाळो ह।
तेरै मांयनै दिआ को च्यानणो ओज्यु कदैई कोनी जगमगासी, अर नइ ओज्यु तेरै मांयनै, बिंद बिनणी को हेलो सुणबा म आसी। क्युं क तेरा लेणदेण करबाळा व्यापारी धरती का मुखिया हा। अर तेरा जादू टोणाऊँ, सगळा देसा का मिनखानै भटकायो गयो हो।
क्युं क सगळा देस, बिका कुकरम की झाळ भरी अँगूरी पी। इ धरती का सगळा राजा बिकै सागै कुकरम कर्या , अर इ धरती का सगळा लेणदेण करबाळा, बिकी भोगबिलास की बजेऊँ पिसाळा होगा।”
“बिनै आग म बळता अर बिमऊँ धुँओ निकळतो देखर धरती का राजा जखा बिकै सागै कुकरम कर्या हा अर बिकै सागै भोगबिलास म भागी बण्या हा, बे बि ताँई बार घालसी अर छाती पिटसी।
इ ताँई म बिनै खाट म घालबाळो हूँ। अर कुकरमी मिनखा प बी पिड़ा भेजस्युं, ज बे पापऊँ तौबा कोनी करसी।
क्युं क तू मेरा हुकमानै थ्यावस क सागै सक्यु सेण करतो होयो मान्यो ह। इ ताँई जद इ जगत का मिनखानै परखबा ताँई जखो कळेस आबाळो ह बि घड़ी म, म तनै बचास्युं।
अर बे हत्या, जादू-टोणा, कुकरम अर चोरीऊँ तौबा कोनी कर्या।