जिकै कान ह बे बानै खोल ले क, पबितर आत्मा बिस्वासी मंडळ्याऊँ काँई बोलै ह। जखो जीतै ह, म बिनै ईस्बर नगरी म लुखेड़ो मन्नो देस्युँ। म बिनै एक धोळो भाठो बी देस्युँ जिकै उपर एक नयो नाम मंडेड़ो होसी। बो नाम बि मिनख क सिवाय कोई कोनी जाणसी जिनै बो दिओ ज्यासी।