सपता का पेला दिन दितबारनै, म्हें एक सागै परबु की याद म रोटी खाबा ताँई भेळा होया। पोलुस जखो दुसरा दिन बठैऊँ जाबाळो हो बो बाऊँ बाता करी अर आदी रात ताँई बो बाऊँ बतळातो रिह्यो।
जणा बो दुत पबितर आत्मा म मनै उजाड़ म लेगो। बठै म एक लूगाईनै लाल रंग का खुखार ज्यानबर प बेठी देख्यो। बि जानबर क उपर परमेसर की बुराई करबाळा नाम मंडर्या हा। बिकै सात सीर अर दस सींग हा।