4 अर आनै बाचर थे जाण ज्यास्यो क म मसी का भेदानै कठै ताँई समजूँ हूँ।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “थानै तो ईस्बर नगरी राज का भेद को ज्ञान दिओ गयो ह पण बानै कोनी दिओ गयो।
जणा बे खया, “परमेसर क राज का भेद को ज्ञान थानै दियड़ो ह पण दुसरानै म अ भेद मिसाल देर बताऊँ हूँ। जिऊँ बे देखर बी कोनी देख सकीं अर सुणर बी कोनी सुण सकीं।
मेरा लाडला बिस्वास्यो! म थानै इ लुखेड़ा सचऊँ अणजाण कोनी राखबो चाऊँ, क थे खुदनै घणा चतर नइ समजबा लागो। क्युं क इजरायल का मिनखा को ढिटपुणो सदाई कोनी बण्यो रेह्सी। ओ तो जद ताँई ह जद ताँई गैर-यहूदि मिनखा मऊँ जत्ता टाळेड़ा हीं, बे सगळा परमेसर कनै नइ आज्यावै।
बिकी बडाई होवै जखो थानै, ईसु मसी का संदेस, जि चोखा समचार को म हेलो पाड़ूँ हूँ अर परमेसर का परगट होयड़ा बि भेदभर्या सच गेल जखो जुगादऊँ लुखेड़ो हो, मजबूत बणाबा की सक्ति राखै ह।
अर ज म परमेसर की बाता बताऊँ अर म सगळा भेद खोल सकूँ अर सगळो ज्ञान बी जाणल्युं, अर मनै अठै ताँई बिस्वास बी होवै क म डूँगरानै हटा सकूँ हूँ, पण परेम कोनी करूं, जणा म क्युंई कोनी।
म्हारै बारां म मिनखानै अंय्यां सोचबो चाए क म्हें मसी का दास हां, अर परमेसर का भेदा का भंडारी हां।
म बोलबा म अनाड़ी हो सकूँ हूँ, पण म ज्ञान म कम कोनी। सगळी बाता म म्हें थानै आ साप-साप खेता आर्या हां।
परमेसर बोई कर्यो जखो बिको मकसद हो, अर बो बि भेदनै आपानै बतायो जिनै मसीऊँ पूरो करबा ताँई बो पेल्याऊँई ध्यार राख्यो हो।
परमेसर आपका भेदनै मेर प परगट कर्यो ह। पिछै बी म, इ कागद म आ बाता क बारां म थोड़ो-भोत थानै मांड्यो हूँ।
अर परमेसर का इ भेदनै सगळानै खोलर बताऊँ क ओ भेद कंय्यांसिक काम करै ह जखो आपा सगळानै बणाबाळा परमेसर क मांयनै जुगादऊँई लुखेड़ो हो।
ओ तो बोळो उंडो भेद ह, जिनै म अठै मसी अर बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी क बारां म बताऊँ हूँ।
अर सागै की सागै मेर ताँई बी अरदास कर्या करो क बोलबा की घड़ी परमेसर मनै अंय्यां को जोरदार समचार दे जिका भेदनै म बेधड़क होर बता सकूँ।
ओ चोखो समचार भेद भर्यो सच ह जखो जुगादऊँई सगळी पिड्या की आँख्याऊँ ओला म हो। पण इब परमेसर का मिनखा प इनै परमेसर कानिऊँ परगट कर दिओ गयो ह।
ओ म इ ताँई करूं हूँ क, बाका हिया म हिमत बंधै अर बे आपसरी का प्यार-परेम म बंद जावै, अर बाकन मोकळी पक्की समज होवै जखी परमेसर पिता का भेदनै सूल जाणबाऊँ आवै ह। ओ भेद मसी ह जिनै परमेसर खोल्यो ह।
अर सागै की सागै म्हारै ताँई बी अरदास करो क परमेसर म्हानै मसी का भेदा को परचार करबा को मोको देवै। क्युं क परचार करबा क चलतई म जेळ म हूँ,
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
बे बिस्वास का सचनै साप अन्तर-आत्माऊँ दिखाबाळा होणा चाए।