1 पाप अर परमेसर का हुकमानै नइ मानबा की बजेऊँ थे आत्मिक रूपऊँ मरेड़ा हा।
पण ईसु बिनै ओडायो, “मेरै गेल होले क्युं क परमेसर बा मिनखानै जाकै कनै जुग-जुग को जीवन कोनी बानै मरेड़ो समजै ह बा मरेड़ा मिनखानै बाका मरेड़ानै गाडबा दे।”
क्युं क मेरो छोरो जखो म्हारै कानि को मर्या समान हो, बो पाछो जीयायो ओ गुमगो हो, जखो इब लाध्यो ह।’ अर बे सगळा मिलर खुसी मनाबा लाग्या।
पण इब आपानै राजी होणो अर खुसी मनाबो चाए। क्युं क ओ तेरो भाईड़ो जखो आपणै कानि को मर्यो समान हो पाछो जीयायो ओ गुमगो हो इब लाध्यायो।’”
चोर चोरी करबा, मारबा, अर नास करबानै आवै ह। पण म जीवन देबा आयो हूँ, जखो भर्योपूरो जीवन ह।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “सच, जीवन अर गेलो मई हूँ। मेरै बिना कोई परम-पिता कनै कोनी जा सकै।”
जंय्यां परम-पिता मरेड़ानै जीवावै ह, बंय्यांई बेटो बी जिनै चावै बिनै जीवन देवै ह।
म थारूँ सची बोलुँ हूँ, बो टेम आर्यो ह, आर्यो के ह बो टेम आगो, जद मरेड़ा परमेसर का बेटा की उवाज सुणसी अर जखा बी बिकी सुणसी बे जिज्यासी।
क्युं क मसी ईसु म जीवन देबाळी पबितर आत्मा को नेम-कायदो मनै पाप अर मोत का बिधानऊँ छुटावै ह।
क्युं क पबितर सास्तर म मंडर्यो ह क “पेलो मिनख आदम जिनै एक जिंदा पराणी क रूप रच्यो गयो” पण आखरी मिनख मसी जीवन देबाळी आत्मा ह।
क्युं क मसी को परेम म्हानै बसमै राखै ह; अर म्हें समजगा क ज एक मिनख आपणा सगळा ताँई मर्यो जणा आपा सगळा बी मरगा।
बाकी मती मरेड़ी ह। बे आपकी अज्ञानता अर हिया की कलडाई की बजेऊँ परमेसर का जीवनऊँ न्यारा ह।
क्युं क जखो सक्यानै परगट करै ह बो उजाळोई ह। इ ताँई अंय्यां खेयड़ो ह, “ओ सोबाळा, जागज्या अर मरेड़ा मऊँ जी उठ; अर मसी को उजाळो तेरै प भळकसी”
मसी प बिस्वास करबाऊँ पेल्या थे थारा पाप की बजेऊँ आत्मा म मरेड़ा अर बिना सुन्नतहाळा हा। पण इब परमेसर थानै मसी क सागै जीवायो अर सगळा पापऊँ आपणानै माफ कर दिओ;
पण जखी खालीहोइड़ी लूगाई मोज-मस्ति म पड़गी बा जीता-जी मरगी।
क्युं क आपा मोतऊँ बचर जीवन पाबा ताँई आग्या हां अर इकी बजे आ ह क आपा भाईड़ाऊँ प्यार-परेम करां हां। अर जखो बी मिनख परेम कोनी करै बो इब बी मोत को गुलाम ह।
“सरदिस की बिस्वासी मंडळी का मुखियानै मांड। अ बाता बिकै कानिऊँ ह जिकै कनै परमेसर की सात आत्मा अर सात तारा हीं। म थारा करमानै जाणू हूँ। थे जिंदा तो बाजो हो पण हो मरेड़ा।