8 अर इब ईस्बर नगरी म जीत को इनाम मनै उडिकर्यो ह, जिनै धरमी न्यायी परबु आखरी दिन मनै देसी। मनै एकलानैई नइ पण बा सगळानै बी जखा परेम क सागै बिकै परगट होबानै उडिकीं हीं।
“बि दिन अर बि घड़ी क बारां म कोईबी कोनी जाणै। नइ तो ईस्बर नगरी दुत अर नइ बेटो पण परम-पिताई जाणै ह।
बि न्यायहाळै दिन बोळा मिनख मनै खेसी, ‘परबु हे परबु! म्हें थारै नामऊँ थारी बाता कोनी बताया हा के? अर थारै नामऊँ ओपरी बलायानै कोनी भगाया के? अर थारै नामऊँ बोळासारा ताजूब का काम कोनी कर्या हा के?’
म थानै बिस्वास दिवाऊँ हूँ न्यायहाळै दिन सदोमऊँ बेत्ती, बि नगरी की दसा बुरी होसी।
पण थारा जीद्दि सुभाव अर पापऊँ मन नइ फेरबा की बजेऊँ थे थारै ताँई झाळ भेळी करर्या हो अर आ झाळ थार प बि दिन पड़सी जद परमेसर आपको सचो न्याय परगट करसी।
आ सरस्टिई नइ पण आपा बी जानै पबितर आत्मा को पेलो फळ मिल्यो हो, मांय-मांय घुटता रिह्या हां। क्युं क आपा इ बातनै उडिकर्या हां क बो आपानै आपकी ओलाद की जंय्यां अपणावै अर काया को छुटकारो होज्यावै।
पण पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “जखी बातानै आँख कोनी देखी, अर कान कोनी सुण्या, अर जखी मिनखा क चित मई कोनी आई, बे बाता परमेसर क हाता बा मिनखा ताँई त्यार करी गई, जखा परमेसरऊँ परेम करीं हीं।”
जणा हरेक का काम सामै आसी, क्युं क न्यायहाळो दिन आगऊँ आनै चोड़ा म ल्यासी। अर बे कंय्यांको काम कर्या ही इकी परख आगऊँ होसी।
अर थे जाणो हो क खेल-कूद म भाग लेबाळा सगळा खिलाड़ी सगळी बाता प खराईऊँ चाली हीं। अर बे तो नास होबाळा मुकटनै पाबा ताँई अंय्यां करै ह, पण आपा बि मुकट ताँई कर्या हां जखो कदैई नास कोनी होबा को।
इ काया म आपा टसकता रेह्वां हां, अर नया गाबा की जंय्यां ईस्बर नगरी की कायानै पेरबा ताँई तड़पां हां।
अंय्यां बि आस करेड़ी चिज की बजेऊँ होयो ह जखी थारै ताँई ईस्बर नगरी म धरेड़ी ह। अर जिकै बारां म थे पेल्याऊँई चोखा समचार जखो सचो ह बिमै सुण लिआ हो।
अर बिकाळा बेटा ईसु मसीनै ईस्बर नगरी मऊँ ओज्यु आबानै उडिको हो, जिनै बो मरेड़ा मऊँ ओज्यु जीवायो हो, अर बोई आपानै परमेसर का आबाळा परकोपऊँ बचा सकै ह।
पण भाईड़ो, थे तो अँधकार म कोनी जिर्या, क परबु क ओज्यु आबो को दिन थार प चोर की जंय्यां चाणचुक आवै।
जणा पाछै परमेसर का नियम कायदानै तोड़बाळो परगट होसी। बिनै परबु ईसु आर आपकी मोजूदगी का च्यानणाऊँ अर फूंकऊँ नास कर देसी।
अंय्यां कर बे खुद ताँई अंय्यां को धन भेळो करसी जखो आबाळा टेम ताँई एक मजबूत निम म्हेलसी। अर जणा बे बि जीवननै जीतबा जोगा होसी, जखो सचो ह।
पण इब आपणा बचाबाळा मसी ईसु क आबा की बजेऊँ आपणा प परगट होयो ह। जखो चोखा समचार की बजेऊँ मोत को नास कर, अजर-अमर का जीवननै परगट कर्यो।
अर इ बजेऊँई म अ सगळा दुख उठाऊँ हूँ। पण म इ ताँई सरमिंदा कोनी, क्युं क म जाणू हूँ क, मेरो बिस्वास किमै ह, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, जोक्यु बो मनै सूप्यो ह बिनै मसी क ओज्यु आबाळा दिन ताँई बचाबा को बळबूतो राखै ह।
परमेसर बिपै मसी क ओज्यु आबाळा दिन दया करै! अर तू बी सूल जाणै ह क बो इफिसुस म मेर ताँई काँई-काँई कर्यो।
अर अंय्यांई कुस्ति को पेलवान बिना नेम-कायदा गेल दाव-पेचऊँ लड़ै जणा बो इनाम कोनी जीत सकै।
मसी ईसु जखो राजा क रूप म आसी अर सगळा जीवता अर मरेड़ा को न्याय करसी बिनै अर परमेसरनै गुवा मानर म तनै आदेस देऊँ हूँ,
अर आपा जखी भागहाळी आस राखां हां बिकै पूरो होबानै उडिकां हां, जद आपणो म्हान परमेसर अर छुटकारो देबाळो ईसु मसी मेमा म परगट होसी।
जि टेम का दकाल लगाई जावै ह जणा बा चोखी कोनी लागै पण दुख देबाळी होवै ह। पण क्युंक टेम पाछै बिऊँ जखा पक्का होगा हीं बानै धारमिक्ता की स्यांती को फळ देवै ह।
बंय्यांई मसी बी बोळा मिनखा का पापनै धोबा ताँई एकर बलिदान होयो; अर मसी बा मिनखा ताँई जखा बिनै उडिकै ह बाका पाप धोबा ताँई नइ पण बाका छुटकारा ताँई दुसरकै परगट होसी।
बो मिनख भागहाळो ह जखो बिचास्या जाबा की घड़ी म डट्यो रेह्वै ह, क्युं क बिनै बिचास्या जाबा क पाछैई खरो मिनख बणार जीवन को मुकट मिलसी, जिनै परबु आपका परेम करबाळानै देबा को बादो कर राख्यो ह।
इब थे ईस्बर नगरी म धरेड़ी बि बापोत का वारिस होगा हो, जखी नइ तो कदैई नास होबा की अर नइ सिड़बा की अर नइ गुमबा की ह।
क्युं क जद बो रूखाळो मसी जखो सकै उपर परधान ह परगट होसी, जणा थानै मेमा को मुकट मिलसी अर इ मुकट की रंगत कदैई कोनी जावै।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
जणा म ईस्बर नगरीनै खुली देख्यो अर म बठै एक धोळो घोड़ो देख्यो, अर बिका सवारनै बिस्वास जोगा अर सच का नामाऊँ बुलायो जार्यो हो। बो सचाई क सागै न्याय अर युद करतो हो।
जखा दुख तनै भोगणा ह बाऊँ मना डर। क्युं क सेतान थारै मऊँ कयानै बिचासबा ताँई काळ-कोठड़ी म गेरसी अर थानै बठै दस दिना ताँई सताव भोगणो पड़सी। पण तू बिस्वास जोगो रेह्जे चाए तनै मोतई क्युं नइ आज्यावै। जणा म तनै तेरी जीत क रूप म अजर-अमर जीवन को मुकट देस्युँ।
ईसु जखो आ बाता को गुवा ह बो खेवै ह, “हाँ, म तावळोई आऊँ हूँ।” अंय्यांई होवै। ओ परबु ईसु, आ।
बे चोबिस बडका, जखो सिंघासन प बेठ्यो हो अर जखो अमर ह बिका पगा म धोक खार्या हा। बे सिंघासन क सामै आपका ताज उतार बोलर्या हा,
बि सिंघासन क च्यारूमेर चोबिस सिंघासन ओर हा, बाकै उपर चोबिस बडका बेठ्या हा। बे धोळा गाबा पेर राख्या हा अर बाका माथा प सोना का ताज हा।