6 म मेरी इ जिंदगीनै परबु की सेवा ताँई दे दिओ हूँ, मेर ताँई बा घड़ी आगी ह जद मनै मेरी आ खोळ छोडणी पड़सी।
म आ दो मता म अळजर्यो हूँ। इ कायानै छोडर मसी क सागै रेह्बो तो म बोळो चाऊँ हूँ क्युं क ओ मेर ताँई घणोई चोखो ह;
थारो बिस्वास परमेसर क सामै बलि अर याजक की सेवा जंय्यां को ह अर इ बलि प ज मेरो लोय बी चढाणो पड़ै जणा म इ बात ताँई राजी हूँ अर आ खुसी म था सगळा क सागै बाटर्यो हूँ।