4 बे खुदका कानानै सच सुणबाऊँ बंद करलेसी अर बेतुक की क्हाण्या म ध्यान लगा लेसी।
क्युं क आ मिनखा को मन काठो होगो आनै कानाऊँ सुणबो बंद होगो आकी आँख्या क पटी बंदगी नहिस बाकी आँख्या देखती, अर बाका कान सुणता अर बाका मन समजता जिऊँ बे पापऊँ मन फेर'र मेरै कनै आता जिऊँ म बानै छुटकारो देतो।
आ सुणताई बे आपका कान बंद कर लिआ अर जोरऊँ चिलाटी घालर एक सागै बिपै टूटर पड़्या।
इ ताँई परमेसर बा मिनखा की बुदीनै बांद देसी जिऊँ परमेसर का नियम कायदानै तोड़बाळो बानै अरामऊँ भंगरा सकै, जि बजेऊँ बे मिनख बि बात प बिस्वास करसी जखी सच कोनी।
अर बा क्हाण्या अर पिड्या प गोर नइ करै जखी राड़ करावै ह, अर परमेसर की बि इंछ्यानै पूरी कोनी करीं, जखी खाली बिस्वासऊँई पूरी हो सकै ह।
पण खुदनै, नइ खेबा जोगी बा क्हाणी-कथाऊँ परै राख, जामै परमेसर कोनी पण खुदनै परमेसर की भगती म लगायो राख।
ओ तिमूतियूस, जखो तनै सोप्यो गयो ह बिनै समाळर राख। दुनियादारी की बात अर बकवास जिरैऊँ खुदनै परै राख जिनै क्युंक मिनख गळतीऊँ “ज्ञान” बोलै ह।
तू जाणै ह क, एसिया दिसावर का रेह्बाळा सगळा मेरूँ मुंडो फेर लिआ ह, जिमै फूगिलुस अर हरमुगनेस बी सामिल ह।
अर यहूदि मिनखा की मनघड़ी क्हाण्या प अर बा मिनखा का आदेसा प ध्यान मना द्यो जखा सचाईनै कोनी मानै।
थारै सगळा प परमेसर की दया होती रेह्वै।
म्हें थानै आपणा परबु ईसु मसी की सक्ति क बारां म अर बिकै ओज्यु आबा क बारां म जखो समचार सुणाया हां, बा कोई मन घड़त क्हाणी कोनी ही, पण म्हें खुद बिकी मेमानै म्हारी आँख्याऊँ देख्या हां।