1 मसी ईसु जखो राजा क रूप म आसी अर सगळा जीवता अर मरेड़ा को न्याय करसी बिनै अर परमेसरनै गुवा मानर म तनै आदेस देऊँ हूँ,
जद मिनख को बेटो ईस्बर नगरी दुता क सागै परम-पिता की मेमा म आसी जणा बो मिनखानै बाका कामा गेल फळ देसी।”
जणा बो खेबा लाग्यो, “एक आदमी जिकनै अणाप-सणाप धन-दोलत ही बो राज करबा की सीख लेबा ताँई दूर दिसावर चलेगो।
“पण बो राजा बणर पाछो आपकै घरा आग्यो। अर आताई बो बा दासानै बुलायो जानै बो सोना की म्होर देर गयो हो क्युं क बो आ जाणबो चावै हो क बे बा म्होराऊँ क्यु कमाया हीं क कोनी।
पाछै बो बोल्यो, “ईसु जद तू तेरा राज म आसी जणा मनै याद राखजे।”
अर बो म्हानै हेलो पाड़बा अर गुवाई देबा को आदेस दिओ की परमेसर बिनैई मरेड़ा अर जीवता को न्याय करबाळो बणायो ह।
क्युं क एक दिन परमेसर पेल्याऊँ ते करेड़ा मिनख क हातऊँ जगत का मिनखा को सचाई क सागै न्याय करसी। इ बात को सबूत देबा ताँई परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो।”
अ बाता चोखा समचार गेल जिको म परचार करूं हूँ बि दिन होसी जि दिन परमेसर मसी ईसु क जरिए मिनखा की लुखेड़ी बाता को न्याय करसी।
जणा पाछै परमेसर का नियम कायदानै तोड़बाळो परगट होसी। बिनै परबु ईसु आर आपकी मोजूदगी का च्यानणाऊँ अर फूंकऊँ नास कर देसी।
म तनै परमेसर, मसी ईसु अर टाळेड़ा ईस्बर नगरी दुता की मोजूदगी म बोलुँ हूँ क, बिना कोईकी भीड़ लिये तू आ आदेसानै मानजै अर ख्यामई कोईकै सागैई भेद-भाव मना करजे।
पण इब आपणा बचाबाळा मसी ईसु क आबा की बजेऊँ आपणा प परगट होयो ह। जखो चोखा समचार की बजेऊँ मोत को नास कर, अजर-अमर का जीवननै परगट कर्यो।
मिनखानै अ बाता याद दिवातो रेह। अर बानै परमेसर क सामै चेतार बोल क बे बेकार की बाता प नइ लड़ीं। अंय्यां करबो चोखो कोनी क्युं क बे बाता बानै सुणबाळा ताँई बिनास की जड़ ह।
अर परबु मनै सगळी बुरी बाताऊँ बचासी अर बचार ईस्बर नगरी राज म लेज्यासी। बिकी मेमा जुग-जुग होती रेह्वै। अंय्यांई होवै!
अर इब ईस्बर नगरी म जीत को इनाम मनै उडिकर्यो ह, जिनै धरमी न्यायी परबु आखरी दिन मनै देसी। मनै एकलानैई नइ पण बा सगळानै बी जखा परेम क सागै बिकै परगट होबानै उडिकीं हीं।
अर आपा जखी भागहाळी आस राखां हां बिकै पूरो होबानै उडिकां हां, जद आपणो म्हान परमेसर अर छुटकारो देबाळो ईसु मसी मेमा म परगट होसी।
ओ इ ताँई होयो जिऊँ थारो बो बिस्वास जखो आग म ताईड़ा नास होबाळा सोनाऊँ बी मेंगो ह। जखो ईसु मसी क परगट होबाळा दिन थारै ताँई बडाई, मेमा अर ईज्जत को कारण होसी।
पण बानै, बिनै जखो जीवता अर मरेड़ा को न्याय करसी, लेखो देणो पड़सी।
क्युं क जद बो रूखाळो मसी जखो सकै उपर परधान ह परगट होसी, जणा थानै मेमा को मुकट मिलसी अर इ मुकट की रंगत कदैई कोनी जावै।
अर ज थे इ रीत गेल चालस्यो जणा एक दिन पक्काई आपणा परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी का अजर-अमर राज म जास्यो।
क्युं क जद बो पिता परमेसरऊँ मेमा अर आसिरबाद लेर्यो हो जणा सऊँ सक्तिसाली परम-पिता परमेसर कानिऊँ ओ हेलो आयो, “ओ मेरो लाडलो बेटो ह, जिऊँ म राजी हूँ।”
ओ टाबरो, इ ताँई थे ईसु मसी म बण्या रेह्ओ, जिऊँ बो परगट होसी जणा आपा बिस्वास म मजबूत रेह्वां अर जद बो ओज्यु आसी बि टेम का आपानै बिकै सामै सरमिंदा नइ होणो पड़ै।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।