थे मोट्यार लूगाई एक दुसरा की इंछ्या मना मारज्यो। पण आपसरी म बतळार क्युंक देर ताँई इनै टाळ सको हो जिऊँ थारै अरदास करबा म दिकत नइ होवै, अर इकै पाछै थे ओज्यु एक सागै रह्यो; क्युं क कदै अंय्यां नइ हो क खुदनै बस म राखबा की कमी को फाईदो उठार सेतान थानै बिचासै।
अंय्यांई बूडी-ठेरी लूगायानै बी सीखा क बे पबितर मिनखा की जंय्यां बरताव करबाळी हो। बे चुगली-चाळा करबाळी नइ हो अर नइ बामै पीबा की लत हो। पण बे चोखी सीख देबाळी हो।
क्युं क अ मिनख बड़बड़ाबाळा, दुसरा मिनखा म दोस ढुंढबाळा, आपकी इंछ्यानै पूरी करबा बेई जिबाळा, बडा-बडा बोल बोलबाळा अर आपका फायदा ताँई दुसरा की चमचागरी करबाळा हीं।