10 पण तू मेरी सीख, भेवार, अर जिंदगी ताँई मेरा मकसदनै मानै ह, तू मेरा बिस्वास, मेरा थ्यावस, मेरा प्यार-परेम, मेरी सेह्बा की सक्ति,
इ बजेऊँ मनै लाग्यो क म बी थारै ताँई आ सगळी बातानै सूल मांडू। क्युं क म आ सगळी बातानै सरूआतऊँ सूल परखेड़ो हूँ।
बरनाबास बठै परमेसर की दयानै देखर राजी होयो। अर बानै उपदेस दिओ की तन मनऊँ बिस्वास जोगा अर परमेसर म बण्या रेह्ओ।
अर बे भेजेड़ा चेलाऊँ उपदेस सुणबा, संगती करबा, एक सागै परबुनै याद करबा ताँई रोटी तोड़बा अर अरदास करबा म रमग्या।
अर जद बे बिकै कनै पुग्या जणा बो बानै बोल्यो, “थे तो जाणोई हो की जद म एसिया म पेली बर आयो हो, बि दिनऊँ लेर हाल ताँई मेरो चाल-चलन किसोक रिह्यो ह।
“सगळा यहूदि जाणी हीं क टाबरपुणाऊँई म, कंय्यांसिक जीतो आयो हूँ। अर अ जाणी हीं क म मेरी पूरी जिंदगी पेली तो मेरा यहूदि मिनखा क मांयनै अर जणा पाछै यरूसलेम म कंय्यांसिक बिताई।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म थारूँ खेऊँ हूँ क, थानै जखी सीख मिली, बिकै खिलाप थारै म फूट गेरबाळा अर दुसरा का बिस्वासनै बिगाड़बाळाऊँ दूर रेह्ओ।
इ ताँई ज म आ बाता की इंछ्या करी ही जणा के म उपला मनऊँ करी ही? क म इ दुनिया का मिनखा की जंय्यां हूँ जखा एक टेम हाँ-हाँ अर नइ-नइ करीं हीं?
जिऊँ आपा टाबरपुणो नइ करां। जिऊँ आपा मिनखा का ठगपुणा अर चतराईऊँ अर बाकी भंगराबाळी सीख म आर इनै-बिनै भटकता नइ फिरां।
बोई ह जखो मेरो सो मन राखै ह अर सचा मनऊँ थारै भला की सोचै ह।
जंय्यां बेटो बाप क सागै मिलर मेनत करै ह बंय्यांई तिमूतियूस मेरै सागै मिलर चोखा समचारनै फेलाबा ताँई मेनत करी ह अर बिकी काबलीयतनै थे खुदई चोखी तर्या जाणो हो।
क्युं क ओ चोखो समचार थारै कनै बोली रूप मई कोनी पुग्यो पण सक्ति, पबितर आत्मा अर इकै सच की पुक्ताई क सागै पुग्यो ह। जंय्यां थे जाणोई हो क, म्हें थारा भला ताँई थारै मांयनै कंय्यां जिया।
जंय्यां क म मकीदुनिया जाती टेम तनै इफिसुस म रेह्बा ताँई बोल्यो हो, जिऊँ तू क्युंक मिनखानै आदेस दे क, बे झूठी सीख नइ देवै,
ज तू भाईड़ानै अ हिदायत देसी जणा तू मसी ईसु को चोखो दास होसी। इऊँ ओ बेरो पड़ै क, आत्मिक रूपऊँ बिस्वास का बचन अर सची सीख तेरै मांयनै ह, जखी तू मानतो आयो ह।
पण तू, जखो परमेसरनै मानबाळो ह, आ सगळी बाताऊँ दूर रेह्जे, पण धारमिक्ता, भगती, बिस्वास, परेम, थ्यावस अर दिनता म बण्यो रेह।
जुवानी की बुरी इंछ्याऊँ भाज अर जखा पबितर मनऊँ परबु को नाम लेवीं हीं बाकै सागै खुदनै धरम, बिस्वास, परेम अर मेळमिलाप क सागै संगरो राख।
परमेसर का बचना को परचार कर। टेम बेटेम मिनखानै सुदारबा ताँई त्यार रेह। तू मिनखानै सई कर अर बाका पाप प बाकै दकाल लगा। सागैई बानै उदास बी मना होबा दे, बानै हिदायत देती टेम सदाई थ्यावस राखजे।
अंय्यां को टेम आर्यो ह जद मिनख चोखी सीखनै कोनी सुणसी, पण इकी झघा बे खुद ताँई अंय्यां का सीखाबाळा ढुंढलेसी। अंय्यां का सीखाबाळा बानै बे बाताई बतासी जखी सुणबो बानै चोखो लागै ह।
म चोखो लड़लिओ, म मेरी दोड़ पूरी करली अर म बिस्वास जोगो रिह्यो।
तू खुद बोई कर जखो चोखो ह, जिऊँ दुसरानै बेरो पड़ै की बानै कंय्यां को बरताव करबो चाए। तू तेरी सीख म ईमानदार अर खरो बण्यो रेह।
भात-भात की अणजाणी सीख की भंगर्या म मना आज्यो, क्युं क थारा हिया ताँई ओ चोखो ह क बे खाबा-पीबा का नियमा क बजाय दया की बजेऊँ मजबूत बणै। अर जखा खाबा-पीबा का नियमानै मान्या बाऊँ बाको कदैई भलो कोनी होयो।
जदकी अ सगळी चिजा नास होबाळी ह जणा पाछै थे सोचो थारो परमेसर म चाल-चलन किसोक होणो चाए? थानै पबितर जीवन जिबो चाए।