9 अर इ चोखा समचारनै परचार करबा की बजेऊँई म दुख उठार्यो हूँ अर एक मुलजिम की जंय्यां साकळा म बंदर्यो हूँ, पण परमेसर का बचना प कोई बंदण कोनी।
बे बिकै सागै दो अपराद्यानै बी मारबानै जार्या हा।
जणा पलटण को सरदार बिकन आर बिनै साँकळऊँ बांदबा ताँई ओडार बुज्यो, “ओ कूण ह अर ओ काँई अपराद कर्यो ह?”
अर बिना रोक-टोक बेधड़क होर परमेसर का राज को परचार करतो अर परबु ईसु मसी की बाता सीखातो हो।
अर मेरा नामऊँ दुख उठाबो कतो जरूरी ह आ बात म खुद बिनै दिखास्युं।”
इ बजेऊँ म, पोलुस थारै ताँई जखा गैर-यहूदि हो, मसी ईसु को दास हूँ, आई मेरै केदि होबा की बजे ह।
थारै बारां म अंय्यां सोचबो मेर ताँई सई ह, क्युं क थे मेरा काळज्या म बसर्या हो। बि सोभाग म थे सगळा पाँतीवाळ हो जखो परमेसर मनै दिओ, चाएस म जद अब जेळ म हूँ अर नहिस जद म अजादिऊँ चोखा समचार क सच को सबूत देर बिनै पुक्ता करबा म लागर्यो हो।
अर म पोलुस खुदका हाताऊँ थानै “जे मसी की” मांडर्यो हूँ। म साकळा म बंदर्यो हूँ इ बातनै थे याद राखज्यो। परमेसर की दया थारै सागै बणी रेह। “अंय्यांई होज्यावै!”
अर सागै की सागै म्हारै ताँई बी अरदास करो क परमेसर म्हानै मसी का भेदा को परचार करबा को मोको देवै। क्युं क परचार करबा क चलतई म जेळ म हूँ,
क्युं क थारी बजेऊँ परबु को बचन थारूँ लेर मकीदुनिया अर अखाया मई कोनी फेल्यो, पण जठै बी म्हें जावां बठै परमेसर म थारा बिस्वास की चरचा सुणा हां। जि बजेऊँ म्हानै क्युं खेबा की जुर्तई कोनी पड़ै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, आखीर म, म्हें एकोर बात थारूँ चावां हां क थे करो, म्हारै ताँई बी अरदास कर्या करो, जिऊँ परबु को चोखो समचार जंय्यां थारै बिचमै फेल्यो हो बंय्यांई तावळो ओर मिनखा म बी फेलै अर आदरमान पावै।
अर इ बजेऊँई म अ सगळा दुख उठाऊँ हूँ। पण म इ ताँई सरमिंदा कोनी, क्युं क म जाणू हूँ क, मेरो बिस्वास किमै ह, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, जोक्यु बो मनै सूप्यो ह बिनै मसी क ओज्यु आबाळा दिन ताँई बचाबा को बळबूतो राखै ह।
परबु उनेसिफुरूस क कूणबा प दया करै, क्युं क बो बोळीबर मनै सारो दिओ ह अर मेरै केद होबा की बजेऊँ बी सरमिंदा कोनी होयो।
जणा तू आपणा परबु अर मेरी गुवाई देबा ताँई, म जखो मसी ताँई केद म हूँ नाड़ निची मना करजे। पण अंय्यां करबा की बजाय परमेसर जखी ताकत तनै दि ह बिनै मेरै सागै चोखा समचार ताँई दुख उठाबा म लगा।
मसी ईसु का बफादार सिपाई की जंय्यां दुख म मेरो पाँतीवाळ बण।
पण परबु मेरै सागै खड़्यो रिह्यो अर मनै ताकत दिओ, जणाई तो म सगळा गैर-यहूदिआनै सुणाबा ताँई चोखा समचार को खूब हेलो पाड़ सक्यो अर म मोत की सजाऊँ बचायो गयो।
परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनख थानै बुरा बतावीं हीं। इकै वावजुद बी बाकै मांयनै थारो बरताव अर चाल-चलन चोखो राखो। जिऊँ जखी चोखी बाता बे थारै म देखसी बा बेई बे न्यायहाळा दिन परमेसर की मेमा करसी।
थानै अधिकार्या की मानबो चाए, क्युं क राजा बानै नगरी का भलो करबाळा मिनखा की बडाई अर गळत करबाळानै सजा देबा को अधिकार देवै ह।
अर थारी अन्तर-आत्मानै बी सुद राखो, अंय्यां थे बा मिनखानै सरमा मार देस्यो जखा मसी म थारै भला करमा क बारां म बुरो बोलीं हीं।
ज थे दुख उठाओ जणा थारो दुख उठाबो चोरी, हत्या, बुराई अर दुसरा का कामा म आट देबा की बजेऊँ नइ होणो चाए।