4 एक सिपाई जद खुदका काम म लाग्यो रेह्वै ह जणा बो खुदऊँ उपला अधिकार्यानै खुदका कामाऊँ राजी राखबो चावै ह अर इ बजेऊँई बो खुदनै दुसरा झंझटामै कोनी गेरै।
अर जखा बीज झाड़्या म पड़्या बिको मतबल ओ ह की बे मिनख जखा बचननै सुणी पण जद बे बापै चाली जणा चिंत्या, धन-दोलत अर जिंदगी का मजा बानै दबा देवै ह जिऊँ बे सूल कोनी फळै।
इ ताँई म्हारा हिया की इंछ्या तो आ ह क चाए धरती प रेह्वां चाए ईस्बर नगरी म रेह्वां पण परमेसरनै भाता रेह्वां।
मसी आपानै अजाद रेह्बा ताँई अजाद कर्यो हो, जणा मसी मई बण्या रेह्वो। अर गुलाम बणाबाळी बाता म ओज्यु मना जाओ।
पण जंय्यां परमेसर म्हानै इ जोगो जा'णर चोखा समचारनै सुणाबा को काम सूप्यो ह, म्हें इनै बंय्यांई बतावां अर अंय्यां कर म्हें मिनखानै कोनी पण परमेसरनै जखो हियानै परखै ह राजी करां हां।
क्युं क देमास तो इ दुनियादारी का मो म पड़र मनै छोडर थिसलूनिकी नगरी चलेगो ह, करेसकन्स गलातिया अर तितूस दलमतिया नगरी चलेगो।
ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।