इ ताँई थे थारै मांयनैऊँ पुराणा खमिरनै जखी बुरी बाता हीं बारनै बगाद्यो अर खुदनै पबितर करो जिऊँ थे चोखो ताजा गुंदेड़ो आटो बण सको। पण थे तो बिना खमिर हाळी फसै की रोटी की जंय्यां हो। अर आपानै पबितर करबा ताँई ईसु मसीनै फसै की जंय्यां बलि कर चढायो गयो हो।