अर म बिस्वास म कमजोर ताँई कमजोर बण्यो जिऊँ म बानै मसी म ल्या सकूँ अर म मिनखा ताँई क्युंना क्युं बण्यो जोक्यु हो सकै हो बो म कर्यो की म बामैऊँ क्युंकनै बचा सकूँ।
म ईसु मसीऊँ भेजेड़ो चेलो, परमेसर को दास पोलुस आ चिठी तितूस तनै मांडूँ हूँ। म परमेसर का टाळेड़ा मिनखानै बिस्वास म बढाबा भेज्यो गयो हूँ। जिऊँ बे सचनै जाणर पबितर जीवन जीवै।