“म एक कलिकीया का तरसुस म जलमेड़ो एक यहूदि मिनख हूँ। अर मेरी लिखाई पढाई अठैई इ यरूसलेम नगरी म गमलिएल धरम-गरूजी क कनैई होई ह। अर आपणा बाप-दादा का नेम-कायदा मनै सई ढंगऊँ सीखाया गया हीं। अर जंय्यां थे परमेसरनै मानबा ताँई कट्टर हो बंय्यांई म बी हूँ।
पण म अ बातानै झूठी कोनी बताऊँ क जिनै बे कुपंथ बोलीं हीं, म बि गेलाई मेरा बाप-दादा का परमेसर की भगती करूं हूँ। अर म बा सगळी बाता प बिस्वास करूं हूँ, जखी बाता मूसा का नेम-कायदा अर परमेसर की खेबाळा की पोथ्या म मंडरी ह।