जिनै जुग-जुग बण्या रेह्बाळा परमेसर का हुकमाऊँ परमेसर की खेबाळा का लेखा क जरिए सगळा गैर-यहूदि मिनखा प परगट कर बता दिओ गयो ह, जिऊँ बामै बिस्वासऊँ पैदा होबाळी कह्यो मानबा की मनस्या पैदा होवै।
आपा इ काया म होतासोता बोज क तळै दबर तड़पर्या हां, इकी बजे आ ह क आपा खुदकी कायानै बदलबो कोनी चावां पण इ काया म ईस्बर नगरी को जीवन जिबो चावां हां, जिऊँ मरबाळो जीवन अजर-अमर जीवन होज्यावै।
इकै पाछै म एक ओर ईस्बर नगरी दुतनै ईस्बर नगरीऊँ तळै उतरता देख्यो। जिकै कनै बडो अधिकार हो, बिकै मांयनै अंय्यां को मेमा को तेज हो जिऊँ सगळी धरती प च्यानणो होगो हो।
जिकै कान ह बे बानै खोल ले क, पबितर आत्मा बिस्वासी मंडळ्याऊँ काँई बोलै ह। जखो बी बुराईऊँ जीतसी म बिनै जीवन का दरख्त को फळ खाबा को हक देस्युँ जखो परमेसर का बाग म ह।