10 ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, थे थारा बुलाया जाबानै, अर टाळ्या जाबानै पक्को करो। क्युं क ज थे अंय्यां करस्यो जणा कदैई आखळी कोनी खास्यो,
जणा ईसु बोल्यो, “इ निती-कथानै खेबा को मतबल ओ ह, क परमेसर बोळानै बुलाया ह पण टाळेड़ा क्युंकई ह।”
क्युं क परमेसर का बरदान अर बिको बुलाया जाबानै कोनी बदल्यो जा सकै।
पण परमेसर की पक्की निम हालै कोनी, जिपै आ छाप लागरी ह, “परबु खुदका मिनखानै जाणै ह,” अर, “जखो कोई परबु को नाम लेवै ह बिनै चाए क बो बुरा करमाऊँ बच्यो रेह्वै।”
म्हारी तो आई दिली इंछ्या ह क थे हरेक जणा आखीर ताँई इ लगनऊँ काम करता रेह्वो, जिऊँ थारी आस पूरी होज्यावै।
आपणी आ आस बि निम का भाठा की जंय्यां ह जखी आपणा हियानै थाम्यो राखै जिऊँ आपणो बिस्वास नइ हालै। अर आपणी आस की बजेऊँई आपा अंय्यां का हां मानो आपा परमेसर की बि झघा म बड़गा जिमै खाली म्हायाजकई बड़ सकै ह जखी परदाऊँ ढकेड़ी ही।
क्युं क ज कोई नेम-कायदा का सगळा नियमानै मानै पण ज एक बी बात म चूक ज्यावै जणा बो नेम-कायदा का सगळा नियमानै तोड़बाळो बाजै।
परम-पिता परमेसर पेल्याऊँ काँई ध्यार राखी ही बिकै गेलई थानै टाळ्यो ह। अर पबितर आत्मा थानै पबितर बणाई, जिऊँ थे ईसु मसी क खया प चालो अर बिका लोयऊँ सुद होवो। परमेसर की दया अर स्यांती थार प बणी रेह्वै।
थे, जानै परमेसर थारै बिस्वास क जरिए आपकी ताकतऊँ बि छुटकारा ताँई बचावै ह जखो अंत घड़ी म परगट कर्यो ज्यासी।
जीवन जीबा ताँई अर परबु की सेवा करबा ताँई जोक्यु बी आपणानै चाए हो, बो सक्यु परबु आपकी अनोरी सक्तिऊँ आपणानै दिओ ह। क्युं क आपा बिनै जाणा हां। बोई आपणानै आपकी धारमिक्ता अर मेमाऊँ बुलायो ह।
थे जी तोड़ मेनत कर्या करो जिऊँ थे बिस्वासनै बढा सको, बिस्वासऊँ सदगुणनै, अर सदगुणऊँ समजनै,
ओ लाडलो, थे आ बाता की आस देखो हो, जणा कोसिस करो क परमेसर की नजर्या म खरा, बेदाग अर स्यांतीऊँ रेह्बाळा बाजो।
ओ लाडलो, थे पेल्याऊँई आ बातानै जाणर चेता म रेह्ओ, जिऊँ थे बुराई करबाळा की बाता म आर थारी मजबूतिनै नइ खो द्यो।
परबु ईसु मसी की बजेऊँ आपानै बचाबाळा परमेसर की जे-जैकार हो। परमेसरई थानै बचा सकै ह, अर पापऊँ धो सकै ह। अर बोई ह जखो थानै आपकी मेमाभरी मोजूदगीऊँ राजी कर सकै ह अर खुद क सामै निरदोस खड़्यो कर सकै ह। जुगादऊँ इब ताँई अर आबाळा जुग-जुग ताँई मेमा, मान, ताकत अर अधिकार परमेसर कोई ह। अंय्यांई होवै।
“भागहाळा हीं बे जखा हुकमानै मानी हीं जिऊँ बानै जीवन का दरखत का फळ खाबा की छुट होसी। बानै दरवाजा होर नगरी म बड़बा की छुट होसी।