10 क्युं क पिसा को मो सगळी बुराया की जड़ ह। क्युंक मिनख पिसा का लालच म बिस्वासऊँ मुंडो मोड़र बोळा दुख मोल ले लिआ।
अर जखा बीज झाड़्या क मांयनै पड़्या अ बा मिनखानै परगट करै जखा परमेसर का बचन सुणै तो हीं पण इ दुनियादारी की चिंत्या अर धन-दोलत को लालच परमेसर का बचनानै भूला देवै ह क परमेसर बाऊँ काँई चावै ह।
“हे कपट राखबाळो धरमसास्तर्यो अर फरिसीयो! थार प धिक्कार ह। थे लोगा का ईस्बर नगरी राज म जाबाळा गेलानै रोको हो। थे नइ तो खुद बि गेलै जाओ अर नइ लोगानै बि गेलै जाबा द्यो।
“इ धरती प थे धन भेळो मना करो। क्युं क अठै इकै दिवळ अर जर लागज्यावै ह अर चोर चुरार लेज्यावै ह।
पण जीबा को घ्यार, मो-माया को लालच अर मन की बुरी बाता बाका हिया मई बचननै दबा देवै ह, इ ताँई बे बीज फळै कोनी।
इ ताँई थारै मांयनै जोक्यु दुनियादारी की इछ्या गेल काम करै ह बानै मार द्यो, जंय्यां मुंडा काळा होबाळा नाजायज कुकरम बासना भर्या काम, बुरी इंछ्या अर लोभ-लालच जखो परमेसर की नजर्या म बुरो ह अठै ताँई की मूरती पूजा की जंय्यां ह।
बो दारूड़ो नइ हो, मारपीट करबाळो नइ हो, पण दयाऊँ भरेड़ो अर स्यांतीऊँ रेह्बाळो होवै, बिको मो रिपीआ म नइ होवै।
क्युंक मिनख इ झूठा ज्ञान प बिस्वास करबा को दावो कर्या, अर जिको नतिजो ओ होयो क, बे सचा बिस्वास का गेलाऊँ भटकगा। थारै सगळा प परमेसर की दया होवै।
पण जानै धन भावै, बे लालच अर उजाड़बाळी बोळी बुरी इंछ्या म पड़ीं, जखी मिनखनै बरबादि अर बिनास क गर्त म गेरै ह।
क्युं क मिनख मतलबी, लालची, फाँप मारबाळो, मरोड़ म बाँका अर बुराई करबाळा, खुदका माँ-बाप को खयो नइ मानबाळा, दया नइ करबाळा, अधरमी होसी।
क्युं क देमास तो इ दुनियादारी का मो म पड़र मनै छोडर थिसलूनिकी नगरी चलेगो ह, करेसकन्स गलातिया अर तितूस दलमतिया नगरी चलेगो।
ओ जरूरी होगो ह क बाको मुंडो बंद कर्यो जाय। क्युं क बे पिसा कमाबा क चकरां म आपकी सीखऊँ घर-घरनै सई सीख प बिस्वास कोनी करबा दे।
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, ज कोई थार मऊँ सचाई का गेलाऊँ भटक जावै अर ज कोई बिनै ओज्यु सई गेलो दिखावै ह,
बापै स्यामत पड़सी! अ मिनख तो कैन की जंय्यांई बुराई का गेला प चालीं हीं, अर अ धन का लालच म बिलाम की जंय्यांई पाप करीं हीं। अ मिनख परमेसर क सामै होगा हीं जंय्यां कोरह होयो हो। जणा आ सगळी बाता बेई आको बी नास कर्यो जासी।
दाळ चीणी, गुलमेंदि, धूप, गंधरस, लोबान, अँगूरी, जेतून को तेल, मैदो, ग्युं, गाय, बैल, लल्डी, रथ घोड़ा। मिनखानै गुलाम बणाबा ताँई बी बेची ही।