अर अंय्यां करबाऊँ बिको जीवन दो हिस्सा म बट जावै ह। अर अंय्यांई कुंआरी छोरी क सागै ह। एक कुंआरी छोरी परबु की चिंत्या म रेह्वै ह जिऊँ बा आत्मा म अर काया म पबितर हो सकै। पण एक ब्याईड़ी लूगाई इ दुनिया की बाता म मगन रेह्वै ह अर आ चावै ह क म मेरा मोट्यारनै कंय्यांसिक राजी राखूँ।
ज कोई बिस्वासणी क परवार म खालीहोइड़ी लूगाई ह जणा बा बिकी देखभाळ करै अर बिस्वासी मंडळी प बिको बोज नइ गेरै, जिऊँ बिस्वासी मंडळी बा खालीहोइड़ी लूगाया की देखभाळ कर सकै जाको कोई कोनी।