19 कोईबी बिस्वासी मंडळी का मुखिया क खिलाप दो नहिस बिऊँ बेसी गुवा बिना बिपै लगाया गया दोस मना सुणजै।
पण ज बो तेरी बात कोनी मानै जणा तू एक नहिस दो जणानै सागै लेर बिकन जा जिऊँ सास्तर म मंड्या गेल दो नहिस बिऊँ बेत्ती गुवा की गुवाईऊँ बिपै आरोप सिद होज्या।
जणा पीळातुस बारनै आर बाऊँ बोल्यो, “ओ काँई अपराद कर्यो ह?”
अर जंय्यां क थारा नेम-कायदा म बी मंडर्यो ह, ज कोई दो गुवा एकसी गुवाई देवै जणा बाकी बात सची ह।
अर बरनाबास अर साऊल क हाताऊँ यरूसलेम की बिस्वासी मंडळी का मुखिया क कनै थोड़ी घणी मदद भेजी।
जणा म बाऊँ बोल्यो, रोम्या म ओ चलन कोनी की कोईनै बी बिकी बात सुण्या पेली अर जद ताँई बिपै दोस मंढबाळानै बिकै आमै-सामै कोनी कर्यो जा, सजा ताँई सूप दे।
म तीसरकै थारूँ मिलबा आर्यो हूँ। “सगळी बाता को फेसलो क बे सई ह क कोनी, दो-तीन गुवा की मोजूदगी म होणी चाए।”
तेरै मांयनै जखो आत्मिक बरदान ह जखो तनै बि टेम मिल्यो हो जद परमेसर की खेबाळा अर बिस्वासी मंडळी का मुखिया तेरा सीर प तनै आसिरबाद देबा ताँई हात मेहल्या हा, बि बरदान बई लापरवा मना हो।
एक मुखिया क रूप म, जखाबी बिस्वासी मंडळी का मुखिया, चोखो काम करीं बे दुणा मान क जोगा समज्या जावै, खासकर बे जखा परचार अर सीखाबा म घणी मेनत करीं हीं।
एक बडका म अ बाता होणी चाए क, बिमै कोई एब नइ हो, बिकै एकई लूगाई हो, बिका टाबर बिस्वासी, संस्कारी अर आज्ञा मानबाळा हो।
अर ज कोई मूसा का नेम-कायदानै कोनी मानै, बिनै बिना दया दिखाया दो नहिस तीन गुवा की गुवाई गेल मार दिओ जावै ह।