15 बा बरदानानै काम म लेतो रेह अर बामै ध्यान लगायो राख, जिऊँ तेरी तरक्की सगळा देख सकै।
थारा चोखा काम बि दिआ क च्यानणा की जंय्यां चमकणा चाए जिऊँ दुसरा मिनख भला कामानै थारै जरिए देख सकै अर थारा परम-पिता की जखो ईस्बर नगरी म ह बिकी बडाई करै।
अर म्हें म्हारो सगळो टेम अरदास करबा अर बचन को परचार करबा अर सीखाबा म लगास्यां।”
थे स्तिफनुस अर बिका परवार क बारां म तो जाणोई हो, क बे अखाया म मसी प सऊँ पेली बिस्वास करबाळा मिनख हीं। बे परमेसर का मिनखा की मदद करबा को बीड़ो उठा राख्यो ह। इ ताँई ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, म थारूँ अरदास करूं हूँ,
क्युं क म्हें जाणा हां क जंय्यां बो परमेसर ईसुनै मरेड़ा मऊँ जीवायो ह म्हानै बी ईसु क सागै जीवासी। अर म्हानै बी थारै सागै आपकै सामै खड़्यो करसी।
अर जंय्यां म्हें आस करी ही बिऊँ बेसी बे कर्या। पेली बे खुदनै परबुनै सूप दिआ बिकै पाछै परमेसर की इंछ्याऊँ खुदनै म्हानै सूप दिआ।
तेरै मांयनै जखो आत्मिक बरदान ह जखो तनै बि टेम मिल्यो हो जद परमेसर की खेबाळा अर बिस्वासी मंडळी का मुखिया तेरा सीर प तनै आसिरबाद देबा ताँई हात मेहल्या हा, बि बरदान बई लापरवा मना हो।
खुद प अर तेरी सीख प ध्यान दे, अर आमै पक्को हो। क्युं क अंय्यां करबाऊँ तू, खुदनै अर तनै सुणबाळानै बचाबा की बजै बणसी।
ज तू भाईड़ानै अ हिदायत देसी जणा तू मसी ईसु को चोखो दास होसी। इऊँ ओ बेरो पड़ै क, आत्मिक रूपऊँ बिस्वास का बचन अर सची सीख तेरै मांयनै ह, जखी तू मानतो आयो ह।
बो आपणा ताँई खुदकी ज्यान दे दिनी। जिऊँ बो आपानै सगळा पापऊँ बचावै अर आपानै सुद कर खुद ताँई अंय्यां का मिनख बणावै जखा भला काम करबा ताँई उतावळा रेह्वै।