1 इब सऊँ पेल्या म थारूँ अंय्यां अरज करूं हूँ क, बिणती, अरदास, बिचबचाव अर धनेवाद परमेसरनै सगळा मिनखा ताँई दिओ जावै।
परमेसर बि टेम का मिनखा को लेखो कोनी लेबो चायो जद बे बिनै कोनी जाणता हा, पण इब बो हुकम देवै ह क सगळी धरती का सगळा मिनख पापऊँ तौबा करै।
सऊँ पेली म थारै सगळा ताँई ईसु मसी म परमेसर को धनेवाद देऊँ हूँ, क्युं क सगळी दुनिया म थारा बिस्वास क बारां म बतायो जार्यो ह।
पण परमेसर को गुण-एसान क, थे पाप का दास होबा क बावजुद बी, बि सीखनै हियाऊँ मान्या जखी थानै सूपी गई ह।
सऊँ खास बात जिको मनै बेरो पड़्यो बा म थानै खे सुणाई क सास्तर म मांडेड़ो ह क, मसी आपणा पाप की सजा भोगबा ताँई मर्यो,
इ ताँई म्हें तितूसनै बोल्या हा क जंय्यां बो दान भेळा करबा का कामनै थारै मांय सरू कर्यो हो, बिनै सूल पूरो करबा म थारी मदद करै।
जणाई म थारूँ हात जो'ड़र खेऊँ हूँ क, थे हिमत मना हारो क्युं क म थारै ताँई जेळ म दुख उठार्यो हूँ, अर अ सगळी बाता थारै भला ताँई ह।
अर आपणा परबु ईसु मसी का नामऊँ परम-पिता परमेसर को सगळी बाता ताँई सदाई धनेवाद देता रह्यो।
हरेक मोका प अर सगळी बाता म पबितर आत्माऊँ अरदास करता रह्यो अर बंय्यांई सगळा परमेसर का मिनखा ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करबा ताँई जागता रेह्ओ।
जद बी म थानै याद करूं जणा थारै ताँई परमेसर पिता को धनेवाद करूं हूँ;
कोईबी बात की चिंत्या मना करो, पण परमेसर को सगळी बात ताँई दिलऊँ धनेवाद करता होया थानै जखो चाए ह बि ताँई बिऊँ अरदास अर बिणती कर माँगता रह्यो।
अर परबु करै थारो प्यार-परेम आपसरी म अर सगळा मिनखा क सागै दिन-दिन बढतो अर ओर बी बेत्ती बढतो जावै जंय्यां म्हारो प्यार-परेम थारै सागै ह।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, थारै ताँई म्हानै पिता परमेसरनै धनेवाद देतो रेह्णो चाए अर ओ बाजीब बी ह, क्युं क थे बिस्वास म बोळा बढर्या हो। था सगळा म आपसरी म बोळो प्यार-परेम ह।
अर बो चावै क, धरती का सगळा मिनख बचज्यावीं अर बे सचनै जाणी।
बा जखी सचमई खालीहोइड़ी लूगाई ह जिकै कनै बिकी साळसमाळ करबाळो कोई कोनी, अर जखी परमेसर म आस राखै ह अर रात-दिन अरदास करै ह अर परमेसरऊँ मदद माँगै ह।
परमेसर को दास लड़बाळो नइ पण सगळा प दया दिखाबाळो, थ्यावस राखबाळो अर चोखो सीखाबाळो होणो चाए।
क्युं क परमेसर सगळा मिनखा का छुटकारा ताँई दया दिखाई ह।
बाऊँ बोल क बे कोईकी बुराई नइ करै, पण सगळा क सागै चोखो बरताव कर रळमिलर स्यांतीऊँ रेह्वै।
म्हारी तो आई दिली इंछ्या ह क थे हरेक जणा आखीर ताँई इ लगनऊँ काम करता रेह्वो, जिऊँ थारी आस पूरी होज्यावै।
इ ताँई एक दुसरा क सामै खुदका पापनै मानल्यो अर एक दुसरा ताँई अरदास करो जिऊँ थे भला चंगा होज्याओ। धरमी मिनख की अरदास बोळी सक्तिसाली अर असर करबाळी होवै ह।