5 इ आदेस को मकसद ओ ह क, सगळा बिस्वासी परेमऊँ भरज्यावै, जखो पबितर मनऊँ, साप अन्तर-आत्माऊँ अर बिना मिलावट का बिस्वासऊँ पैदा होवै ह।
चोखो मिनख आपका चितऊँ चोखी बात काडै अर बुरो बुरीई चितै।
भागहाळा ह बे जाको मन परमेसर की नजर्या म पबितर ह; बे परमेसरनै देखसी!
अर बिस्वासऊँ बाका हियानै धोर आपणा म अर बामै कोई भेद-भाव कोनी कर्यो।
पोलुस म्हापंचायत क कानि एक टक देखर बोल्यो, “इजरायल का यहूदि भाईड़ो, म हाल ताँई परमेसर क सामै ईमानदारी क सागै साप मनऊँ जियो हूँ।”
जणाई तो म बी आई कोसिस करूं हूँ की परमेसर अर मिनखा क सामै मेरी अन्तर-आत्मा साप रेह्वै।
मसी नेम-कायदा को अंत ह जिऊँ जखो बिस्वास करै बो परमेसर की नजर्या म धरमी बणै।
थारो परेम सचो होवै। बुराईऊँ बेर करो अर भलाई करता रेह्ओ।
ज थारा खाबाऊँ कोई बिस्वासी भाई क ठेस लागै ह जणा थे सचमई प्यार-परेम को भेवार कोनी करो। जणा थारा खाबाऊँ बिको नास नइ होवै, क्युं क मसी बि ताँई मर्यो ह।
म मसी म सच बोलर्यो हूँ। म झूठ कोनी बोलुँ अर मेरी अन्तर-आत्मा पबितर आत्मा म मेरी गुवाई देवै ह,
ज म मिनखा अर ईस्बर नगरी दुता की बोली बोलुँ पण मिनखाऊँ परेम कोनी करूं, जणा म ठन-ठन करती पितळ की परात अर टन-टन करता थाळी गिलास हूँ।
म्हानै गुमान ह क म्हें साप अन्तर-आत्माऊँ आ खे सकां हां, क म्हें इ दुनिया का मिनखा क सागै अर खासकर थारै सागै परमेसर की खराई अर ईमानदारीऊँ रिह्या हां। अंय्यां म्हें परमेसरऊँ मिलबाळी दयाऊँ कर्या हां, दुनियादारीऊँ मिलबाळी बुदीऊँ नइ।
पण पबितर आत्मा का फळ परेम, खुसी, स्यांती, थ्यावस, दया, भलाई, बिस्वास,
क्युं क मसी ईसु म नइ तो सुन्नत कराबाळो, अर नइ सुन्नत नइ कराबाळो क्यु मांयनै राखै ह। पण बिस्वास जखो परेम की बजेऊँ काम करै ह बोई मांयनै राखै ह।
मेरा बेटा तिमूतियूस, म तनै आदेस द्युँ हूँ क, तू चोखी राड़ लड़, ओ बा बाता गेलई ह जखी पेल्याऊँ परमेसर की खेबाळा खे दि ह। बा बातानै भूलै मना जिऊँ तनै बुराई क खिलाप लड़बा की हिमत मिल सकै।
बिस्वास अर साप अन्तर-आत्मा राख। क्युंक मिनख खुदकी अन्तर-आत्मा की कोनी सुणी, जिऊँ बे बिस्वासऊँ फिरगा।
बे बिस्वास का सचनै साप अन्तर-आत्माऊँ दिखाबाळा होणा चाए।
तिमूतियूस म रात-दिन मेरी अरदास म तनै याद करूं हूँ, अर तेरै ताँई परमेसरनै धनेवाद देऊँ हूँ। जिकी सेवा म मेरा बडका की जंय्यां पबितर अन्तर-आत्माऊँ करूं हूँ।
म तेरा सचा बिस्वासनै बी याद करूं हूँ, पेल्या ओ बिस्वास तेरी नानी लोइस अर तेरी माँ उनिके म हो, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, बोई बिस्वास तेरै म बी ह।
जुवानी की बुरी इंछ्याऊँ भाज अर जखा पबितर मनऊँ परबु को नाम लेवीं हीं बाकै सागै खुदनै धरम, बिस्वास, परेम अर मेळमिलाप क सागै संगरो राख।
पबितर मिनखा ताँई सक्यु सुद ह, पण असुद अर अबिस्वास्या ताँई क्युंई पबितर कोनी, क्युं क बाका मन अर बाकी अन्तर-आत्मा दोन्युई असुद करी गई ह।
जणा आओ, आपा सचा हिया अर पूरा बिस्वास क सागै मन का बुरा बिचारानै छिड़कावऊँ सुद करवार कायानै पबितर पाणीऊँ धुलवार परमेसर क कनै चालां।
थे म्हारै ताँई अरदास करता रेह्वो। अर म्हानै पक्को बेरो ह क म्हारी अन्तर-आत्मा सुद ह। अर म्हें हरतर्याऊँ चोखी जिंदगी जिबो चावां हां।
ज अ बाता साची ह जणा मसी को लोय कतो सक्तिसाली ह। अर अजर-अमर पबितर आत्मा क जरिए बो खुदनै निरदोस चढावा क रूप म परमेसरनै चढा दिओ, अंय्यां करबाऊँ अर लोयऊँ आपानै बो, मोत क गेलै लेज्याबाळा कामाऊँ सुद कर दिओ जिऊँ आपा जीवता परमेसर की सेवा कर सकां।
परमेसर क कनै आओ जणा बो बी थारै कनै आसी। ओ पाप्यो! थे थारा हातानै साप करो, ओ सक करबाळो थे थारा हियानै पबितर करो।
थे सच का गेला प चाल्या जणा थारा पाप सुद कर दिआ गया, जणा इब थानै चाए क एक दुसराऊँ भाईचारो राखो अर एक दुसराऊँ खरा हिया क सागै डूँगो परेम राखो।
अर थारी अन्तर-आत्मानै बी सुद राखो, अंय्यां थे बा मिनखानै सरमा मार देस्यो जखा मसी म थारै भला करमा क बारां म बुरो बोलीं हीं।
अर बा पाणी की बाढ बतिस्मा की जंय्यां ही, बतिस्मो जखो थारो छुटकारो करै ह पण इ बतिस्मा को मतबल काया का मेलनै धोबो कोनी पण अन्तर-आत्मानै सुद कर खुदनै परमेसर कानि मोड़बो ह। क्युं क ईसु मसी मरेड़ा मऊँ ओज्यु जीवायो गयो ह।
अर सऊँ बडी बात आ ह क थे एक दुसराऊँ प्यार-परेम राखो, क्युं क परेम बोळा पापनै ढकै ह।
अर भगतीऊँ भाईचारानै, अर इ भाईचाराऊँ परेमनै।
थे कंय्यां जाण सको हो क कूण परमेसर को बेटो ह अर कूण सेतान को बेटो ह? पण बे मिनख जखा धरम का काम कोनी करै अर आपका पाड़ोसी भाईऊँ परेम कोनी करै, बो पिता-परमेसर क कानिऊँ कोनी।
अर परमेसर को हुकम ओ ह क, आपा बिका बेटा ईसु मसी का नाम प बिस्वास करां अर इकै सागैई ईसु मसी क कह्या गेल एक दुसराऊँ प्यार-परेम करां।
अर जखो बी मिनख बिमै आस करमाली ह, बो खुदनै बंय्यांई पबितर राखै जंय्यांकी मसी पबितर ह।