4 अर बा क्हाण्या अर पिड्या प गोर नइ करै जखी राड़ करावै ह, अर परमेसर की बि इंछ्यानै पूरी कोनी करीं, जखी खाली बिस्वासऊँई पूरी हो सकै ह।
म्हानै गुमान ह क म्हें साप अन्तर-आत्माऊँ आ खे सकां हां, क म्हें इ दुनिया का मिनखा क सागै अर खासकर थारै सागै परमेसर की खराई अर ईमानदारीऊँ रिह्या हां। अंय्यां म्हें परमेसरऊँ मिलबाळी दयाऊँ कर्या हां, दुनियादारीऊँ मिलबाळी बुदीऊँ नइ।
परमेसर की दयाऊँ थारै भला ताँई जखा काम परमेसर मनै करबा ताँई दिओ ह बाकै बारां म थे पक्काई सुण्या हो।
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
पण खुदनै, नइ खेबा जोगी बा क्हाणी-कथाऊँ परै राख, जामै परमेसर कोनी पण खुदनै परमेसर की भगती म लगायो राख।
पण तू, जखो परमेसरनै मानबाळो ह, आ सगळी बाताऊँ दूर रेह्जे, पण धारमिक्ता, भगती, बिस्वास, परेम, थ्यावस अर दिनता म बण्यो रेह।
ओ तिमूतियूस, जखो तनै सोप्यो गयो ह बिनै समाळर राख। दुनियादारी की बात अर बकवास जिरैऊँ खुदनै परै राख जिनै क्युंक मिनख गळतीऊँ “ज्ञान” बोलै ह।
मिनखानै अ बाता याद दिवातो रेह। अर बानै परमेसर क सामै चेतार बोल क बे बेकार की बाता प नइ लड़ीं। अंय्यां करबो चोखो कोनी क्युं क बे बाता बानै सुणबाळा ताँई बिनास की जड़ ह।
जुवानी की बुरी इंछ्याऊँ भाज अर जखा पबितर मनऊँ परबु को नाम लेवीं हीं बाकै सागै खुदनै धरम, बिस्वास, परेम अर मेळमिलाप क सागै संगरो राख।
बकवास अर बेतुक की बाताऊँ खुदनै दूर राख क्युं क तू खुद जाणै ह अ बाता राड़-झगड़ा करावै ह।
बे खुदका कानानै सच सुणबाऊँ बंद करलेसी अर बेतुक की क्हाण्या म ध्यान लगा लेसी।
म ईसु मसीऊँ भेजेड़ो चेलो, परमेसर को दास पोलुस आ चिठी तितूस तनै मांडूँ हूँ। म परमेसर का टाळेड़ा मिनखानै बिस्वास म बढाबा भेज्यो गयो हूँ। जिऊँ बे सचनै जाणर पबितर जीवन जीवै।
अर यहूदि मिनखा की मनघड़ी क्हाण्या प अर बा मिनखा का आदेसा प ध्यान मना द्यो जखा सचाईनै कोनी मानै।
बेतुक की जिरै, बडका की पिड्या की गिणती, राड़-झगड़ाऊँ अर नेम-कायदा क बारां म लड़बाऊँ बचो। क्युं क अ बाता बेतुक अर बेमतबल की ह।
भात-भात की अणजाणी सीख की भंगर्या म मना आज्यो, क्युं क थारा हिया ताँई ओ चोखो ह क बे खाबा-पीबा का नियमा क बजाय दया की बजेऊँ मजबूत बणै। अर जखा खाबा-पीबा का नियमानै मान्या बाऊँ बाको कदैई भलो कोनी होयो।
म्हें थानै आपणा परबु ईसु मसी की सक्ति क बारां म अर बिकै ओज्यु आबा क बारां म जखो समचार सुणाया हां, बा कोई मन घड़त क्हाणी कोनी ही, पण म्हें खुद बिकी मेमानै म्हारी आँख्याऊँ देख्या हां।