इ ताँई थे जाओ अर सास्तर म मांडेड़ा इ बचन को मतबल काँई ह बिनै समजो, ‘म बलिदान कोनी चाऊँ पण दया चाऊँ हूँ। म धरम्या ताँई कोनी आयो पण पाप्यानै बुलाबा आयो हूँ।’”
अ बाता सुणर बे बिऊँ जिरै करबो बंद कर दिओ अर सगळा परमेसर की आ खेर बडाई करबा लागगा की, “परमेसर गैर-यहूदि मिनखानै बी सचो जीवन जीबा ताँई पापऊँ मन फेरबा को दान दिओ ह।”
पेल्या म मेरा मुंडाऊँ परमेसर की बुराई करबाळो, परमेसर का मिनखानै दिन घालबाळो अर एक अँधेर करबाळो मिनख हो। इकै पाछै बी मेर प दया होई। क्युं क म एक परमेसर म बिस्वास नइ करबाळा की जंय्यां अणभोळ म अ सगळा काम कर्यो हो।
जखोबी मिनख पाप करतो रेह्वै ह बो सेतान को ह, क्युं क सेतान जुगादऊँई पाप करतो आयो ह। जणाई तो परमेसर को बेटो परगट होयो जिऊँ क बो सेतान का कामा को नास करदे।