मिनख का बेटानै तो मरनोई ह जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह। पण कत्ती बुरी दसा ह बि मिनख की जिकी बजेऊँ मिनख को बेटो पकड़ायो जासी। इऊँ चोखो तो ओ होतो क बो मिनख जलमतोई नइ।”
पेल्या म मेरा मुंडाऊँ परमेसर की बुराई करबाळो, परमेसर का मिनखानै दिन घालबाळो अर एक अँधेर करबाळो मिनख हो। इकै पाछै बी मेर प दया होई। क्युं क म एक परमेसर म बिस्वास नइ करबाळा की जंय्यां अणभोळ म अ सगळा काम कर्यो हो।