4 थानै हरेकनै थारी खुदकी लूगाई क सागै पबितर अर आदरमान क सागै जीवन जिबो चाए,
पण परबु बिनै बोल्यो, “तू तो जा! क्युं क म इनै गैर-यहूदि, राजा-म्हराजा अर इजरायली मिनखा म मेरो नाम फेलाबा ताँई मेरो दास कर टाळ्यो हूँ।
इ ताँई परमेसर बानै बाका हिया की सरमनाक इंछ्या ताँई छोड दिओ, क बे असुद होवीं अर एक दुसरा की काया क सागै ओछोपुणो करै।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो मेरी अरदास ह क, परमेसर जखी दया आपणा प दिखाई ह। बिकी बजेऊँ थारी कायानै पबितर अर जीवती भेंट चढावा क रूप म परमेसरनै चढा द्यो जखी बिनै राजी करै। क्युं क बिनै ध्यारबा को ओई सचो अर सई तरिको ह।
मिनख सुभाव होबा क नातै थे अ बाता कोनी समज सको इ ताँई म आम बोलचाल म समजार्यो हूँ क्युं क जंय्यां थे थारी काया का अंगानै असुद होबा अर अधरमनै बढाबा ताँई एक दास की जंय्यां काम लेता हा, जणा इब आनै धारमिक्ता ताँई जखी पबितरता कानि लेज्यावै दास होबा ताँई सूप द्यो।
के थे जाणो हो थारी काया परबु ईसुऊँ जुड़ेड़ी ह? जणा पाछै म आ अंगानै जखा मसी का हीं, आनै रांड का अंग कोनी बणबा द्युँ।
इ बात क बाबत म खेबो चाऊँ हूँ, कुकरमऊँ बचबा ताँई सगळा मोट्यारा की खुद-खुदकी लूगाई होणी चाए, अर सगळी लूगाया क मोट्यार होणा चाए।
पण ज थे खुदनै बस म नइ राख सको जणा इऊँ चोखो तो ओ ह क थे ब्या करल्यो; क्युं क इ भूख म जळबाऊँ ब्या करबो घणो चोखो ह।
आपणा जंय्यां का माटी का भांढा म आत्मिक जागिर धर राखी ह अर आ अनोरी सक्ति आपणी कोनी ह पण परमेसर की ह।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, जखी बाता सची, आदरमान करबाळी, धारमिक, पबितर, प्यारी, सदगुण, चोखी, बडाई जोगी ह बा बाताऊँ थे थारी बुदीनै भरल्यो।
ब्या सगळा ताँई आदर की बात समजी जाणी चाए। अर ब्याईड़ा लूगाई मोट्यार एक दुसरा बेई पबितर रेह्वै, क्युं क परमेसर दुसरा लूगाई मोट्यार क सागै नाजायज समंद राखबाळा अर कुकरमीनै सजा देसी।
अंय्यांई ओ मोट्यारो, थे बी थारी लूगाया क सागै समजदारीऊँ जीवन जीओ। अर लूगायानै थारूँ कम मजबूत अर जीवन का बरदान म थारी पाँतीवाळ मानर बाकी ईज्जत करो। जिऊँ थारी अरदास म कोई आट नइ आवै।