6 मरेड़ानै तो इ ताँई चोखो समचार सुणायो गयो हो क काया म तो मिनखा क कह्या गेल बाको न्याय हो, पण आत्मा म बे परमेसर क कह्या गेल जिवीं।
बा दिना म थानै सजा दिलाबा ताँई बे पकड़ासी अर मार गेरसी। क्युं क थे मेर प बिस्वास करो हो। इ ताँई सगळी दुनिया थारूँ नफरत करसी।
क्युं क मसी ईसु म जीवन देबाळी पबितर आत्मा को नेम-कायदो मनै पाप अर मोत का बिधानऊँ छुटावै ह।
क्युं क म नेम-कायदा की बजेऊँ नेम-कायदा ताँई मरग्यो जिऊँ परमेसर ताँई जिऊँ। म मसी क सागै सुळी प चढायो गयो हूँ,
अर ज आपा पबितर आत्मा क कह्या गेल जीवां हां जणा पबितर आत्मा गेल भेवार बि करां।
पण बानै ओबी बतायो गयो क, बे खुदकी नइ पण थारी सेवा ताँई अ बाता बोल्या हीं। बे थारै ताँई ईस्बर नगरीऊँ आईड़ी पबितर आत्मा की सक्तिऊँ चोखा समचार को हेलो पाड़्या। जदकी आ बातानै जाणबा ताँई ईस्बर नगरी दुत बी तरसीं हीं, पण इकै वावजुद बी अ बाता बस थारै ताँई परचार करी गई।
क्युं क मसी सगळा का पाप ताँई एकर मर्यो जखो धरमी होर बी पाप की बजेऊँ दुख भोग्यो जिऊँ आपानै परमेसरऊँ मिलावै। बो काया म मर्यो पण आत्मा म जीवायो गयो।
मर्या पाछै अर मरेड़ा मऊँ जिंदो होबाऊँ पेली बो मरेड़ा मिनखा की आत्मा जखी न्याय होबानै केद म ही बामै चोखा समचार को हेलो पाड़्यो।
जदई एक ओर ईस्बर नगरी दुत जिनै आग प अधिकार हो, बेदीऊँ निकळ्यो, अर जिकै कनै पेनो हसियो हो, बिनै जोरऊँ हेलो देर बोल्यो, “तेरा पेना हसियाऊँ धरती की बैलऊँ अँगूरा का गुछा काट ले क्युं क इका अँगूर पकगा हीं।”