5 पण बानै, बिनै जखो जीवता अर मरेड़ा को न्याय करसी, लेखो देणो पड़सी।
पण न्यायहाळै दिन सगळा मिनखानै आपकी खेईड़ी बुरी बाता को लेखो देणो पड़सी।
जणा बो साऊकार हो जखो बिनै बुलार बोल्यो, ‘म तेरा बारां म आ काँई सुणर्यो हूँ? इब तू अंय्यां कर बे बही-खाता ल्यार मनै हिसाब-किताब दे, क्युं क इब म तनै भंडारीपुणा प कोनी राख सकूँ।’
अर बो म्हानै हेलो पाड़बा अर गुवाई देबा को आदेस दिओ की परमेसर बिनैई मरेड़ा अर जीवता को न्याय करबाळो बणायो ह।
क्युं क एक दिन परमेसर पेल्याऊँ ते करेड़ा मिनख क हातऊँ जगत का मिनखा को सचाई क सागै न्याय करसी। इ बात को सबूत देबा ताँई परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो।”
क्युं क मसी इ ताँई मर्यो अर ओज्यु जिंदो होयो जिऊँ बो मरेड़ा अर जीवता दोन्या को परबु होवै।
मसी ईसु जखो राजा क रूप म आसी अर सगळा जीवता अर मरेड़ा को न्याय करसी बिनै अर परमेसरनै गुवा मानर म तनै आदेस देऊँ हूँ,
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, एक दुसरा प मना बलडाओ जिऊँ थारो न्याय नइ होवै। देखो न्याय करबाळो थळी पई खड़्यो ह।