16 पण ज थे मसी होबा की बजेऊँ दुख उठाओ हो जणा थानै सरमिंदा होबा की जुर्त कोनी, पण थानै इ बजेऊँ परमेसर की मेमा करबो चाए।
अर जद साऊल बिनै लाध्यायो जणा बो बिनै लेर अंताकीया आगो। अर बे पूरा बरस भर बिस्वासी मंडळ्याऊँ मिलता अर बोळासारा मिनखानै उपदेस देता रिह्या अर चेला सऊँ पेली अंताकीया मई मसी का मिनख बाज्या।
अगरीपा पोलुसऊँ बोल्यो, “तू के जाणै ह मनै थोड़ासा टेम म मसी को चेलो बणा लेसी?”
पण म्हें तेरा बिचार तेरा मुंडाऊँई सुणबो चावै हां, क्युं क जि पंथऊँ तू ह बिकै खिलापत म सगळी झघा लोग बाता करै ह।”
बे राजी-खुसी पंचायतऊँ चलेगा क्युं क ईसु नामऊँ परमेसर बानै पिड़ा अर बेजती भोगबा जोगा समज्या।
मेरी दिली इंछ्या अर आस ह क, म कदैई मेरा काम म सरमिंदा नइ होऊँ, पण हर टेम अर खासकर इब म हिमतऊँ भरज्याऊँ जिऊँ चाएस म जीऊँ अर मरूँ बस मेरी काया क जरिए मसी की मेमा होवै।
क्युं क मसी प बिस्वास करबा को सोभागई नइ पण बि ताँई दुख उठाबा को बी सोभाग थानै दियड़ो ह;
अर इ बजेऊँई म अ सगळा दुख उठाऊँ हूँ। पण म इ ताँई सरमिंदा कोनी, क्युं क म जाणू हूँ क, मेरो बिस्वास किमै ह, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, जोक्यु बो मनै सूप्यो ह बिनै मसी क ओज्यु आबाळा दिन ताँई बचाबा को बळबूतो राखै ह।
के बे मसी का बि चोखा नाम की बुराई कोनी करै जखो थानै दिओ गयो ह?
परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनख थानै बुरा बतावीं हीं। इकै वावजुद बी बाकै मांयनै थारो बरताव अर चाल-चलन चोखो राखो। जिऊँ जखी चोखी बाता बे थारै म देखसी बा बेई बे न्यायहाळा दिन परमेसर की मेमा करसी।
अर ज कोईनै बोलबा को, परमेसर का बचननै परचार करबा को अर कोईकी मदद करबा को बरदान होवै जणा बो बिनै बि ताकत क सागै काम म लेवै जखी परमेसर बिनै देवै ह। अर अ सगळी बाता अंय्यां होणी चाए जिऊँ परमेसरनै ईसु मसी की बजेऊँ जखो जुग-जुग ताँई मेमा म अर ताकतबर ह मान मिलै। अंय्यांई होवै!
ज मसी क नाम की बजेऊँ थानै दुख अर बेजती सेणी पड़ै जणा बिनै सोभाग मानो। आ बात इनै दिखावै ह क परमेसर की मेमा भरी आत्मा थारै सागै ह।
इ ताँई जखो परमेसर की इंछ्या गेल दुख उठावै ह, बे भला काम करता होया खुदनै बिस्वास जोगा परमेसरनै सूप दे जखो थानै बणायो ह।