2 क्युं क बो देखसी क थे परमेसर को आदरमान करो हो अर पबितर चाल-चलन राखो हो।
इ ताँई थारै म हरेक मोट्यार आपकी लूगाईनै खुदकी जंय्यां परेम करै अर लूगाया बी आपका मोट्यारा की ईज्जत करै।
ओ गुलामो, जखा मिनख इ धरती प थारा मालिक हीं बाकी सेवा सचा मनऊँ डर'र धुजता होया करो जंय्यां मानो की थे मसी की सेवा करर्या होवो।
जणा मोटी बात आ ह क थारा जीवन की उठ बेठ खाली मसी का चोखा समचार जोगी होणी चाए; जिऊँ म थारै बारां म आई सुणू क थे एकई मकसद ताँई खड़्या हो अर एकई मनस्या राख'र चोखा समचारऊँ मिलेड़ा बिस्वास ताँई कड़ी मेनत करतार्यो हो, चाए म थानै आर देखूँ चाए नइ देखूँ,
पण आपा तो ईस्बर नगरी का रेह्बाळा हां, अर आपणानै बचाबाळा परबु ईसु मसी की जखो ईस्बर नगरीऊँ आबाळो ह आस लगार बाट उडिकर्या हां।
गुलामो, थे मिनखानै राजी करबाळा की जंय्यां थारा मालिका क सामै काम मना करो। पण सचा मनऊँ परबु को मान करबा ताँई सगळी बाता म बाका हुकमानै मानो।
तनै कोई क सामैई निचो नइ देखणो पड़ै क्युं क तू जवान ह, पण बोली-चाली, चाल-चलन, प्यार-परेम, बिस्वास अर खराई म तू बिस्वास्या क सामै नमूनो बणज्या।
पण जंय्यां थानै आपका होबा ताँई बुलाबाळो परमेसर पबितर ह, बंय्यांई थे जोक्युबी करो बो पबितर होणो चाए।
परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनख थानै बुरा बतावीं हीं। इकै वावजुद बी बाकै मांयनै थारो बरताव अर चाल-चलन चोखो राखो। जिऊँ जखी चोखी बाता बे थारै म देखसी बा बेई बे न्यायहाळा दिन परमेसर की मेमा करसी।
जंय्यां दास आपका मालिक क बस म रेह्वै ह बंय्यांई ओ लूगायो, थे बी थारा मोट्यारा की मानो। जिऊँ ज कोईसी को मोट्यार परमेसर का बचन प नइ चालबाळो होवै जणा बिऊँ कोईनै क्युं बोलबा की जुर्त कोनी पण बो आपकी लूगाई का बरतावनै देखरई परमेसर का बचन प चालबा लागज्या।
थे इ सोच म मना रेहज्यो क, जद थे बाळ गुथस्यो, सोना का गेणा अर मेंगा गाबा पेरस्यो जणाई सोवणी लागस्यो।
जदकी अ सगळी चिजा नास होबाळी ह जणा पाछै थे सोचो थारो परमेसर म चाल-चलन किसोक होणो चाए? थानै पबितर जीवन जिबो चाए।