8 थे बिनै बिना देख्याई परेम करो हो, अर अठै ताँई बिनै बिना देख्या बिपै बिस्वास कर अंय्यां राजी होवो हो, जिको बखान कोनी कर्यो जा सकै। अ बाता मेमाभरी ह।
“जखो बी मिनख मेरूँ बेत्ती आपका माँ-बापानै नहिस आपका बाळबच्चानै परेम करै बो मेरै जोगो कोनी।”
ईसु आपका चेलाऊँ बोल्यो, “ज थे मेरूँ परेम करो हो, जणा थे मेरै हुकमा प चालज्यो।
जखा बी मेरा हुकमानै मानर बिपै चाली हीं, बे बामै हीं जखा मेरूँ परेम करी हीं, जखा मेरूँ परेम करी हीं बाऊँ परम-पिता परेम करसी अर म बी बाऊँ परेम करस्युं। अर खुदनै बापै परगट करस्युं।”
अर जखा मेरूँ परेम कोनी करै, बे मेरा खयानै कोनी मानै। अर जखी सीख थे मेरा मुंडाऊँ सुण्या हो बा मेरी कोनी ह, बा तो मनै भेजबाळा परम-पिता की ह।
ठिक बंय्यांई थे सगळा बी दुखी हो पण म थारूँ ओज्यु मिलस्युं जणा थारा हिया राजी होसी अर थारी खुसी थारूँ कोई कोनी खोससी।
ईसु बिऊँ बोल्या, “तू मनै देखर मेर प बिस्वास कर्यो ह। पण भागहाळा हीं बे मिनख जखा मनै बिना देख्या बिस्वास करीं हीं।”
ईसु बाऊँ बोल्यो, “ज सचमई परमेसर थारो परम-पिता होतो, जणा थे मेरूँ प्यार-परेम करता क्युं क म परमेसर क कनैऊँ आयो हूँ। म अठै मेरी मरजीऊँ कोनी आयो, पण बो मनै भेज्यो ह।
जणा बो बानै आपकै घरा लेज्यार जिमायो अर आपका पूरा कूणबा सेत्युं परमेसर प बिस्वास कर खुसी मनाई।
क्युं क परमेसर को राज खाबो-पीबो कोनी पण बो तो धारमिक्ता, स्यांती अर पबितर आत्माऊँ मिलबाळो सुक ह।
थारै बिस्वास गेल थानै आस देबाळो परमेसर थानै सुक-स्यांती अर खुसीऊँ भर देवै। जिऊँ पबितर आत्मा की सक्तिऊँ थारी आस बढती जावै।
अर ज कोई परबुऊँ परेम कोनी करै बिपै स्राप पड़ै ह। म्हारा परबु जी तावळा आवै ह!
बो आपकी छाप आपणा प लगाई ह, बो आपणा हिया म पबितर आत्मा दिनी ह। आ इ बात की जामनी ह क बो बे सगळा आसिरबाद आपानै देसी जानै देबा ताँई बो करार कर्यो ह।
म जाणू हूँ इ मिनखनै ईस्बर नगरी म उठायो गयो बठै बो अनोरी बाता सुणी जानै कोनी बोल्यो जा सकै बे अंय्यां की बाता ही जानै बोलबो मिनख क बस म कोनी।
अर जोक्यु सुजै ह बिनै म्हारी आँख्या कोनी देखै, पण जखी चिजा सुजै कोनी बानै देखै ह। क्युं क जखी चिजा सुजै ह, बाको नास होसी पण जखी कोनी सुजै बे जुग-जुग बणी रेह्सी।
क्युं क आपा बिस्वासऊँ जीवां हां आँख्या देख्याऊँ नइ।
बि बरदान ताँई परमेसर को धनेवाद जिको बखान कोनी कर्यो जा सकै।
पण पबितर आत्मा का फळ परेम, खुसी, स्यांती, थ्यावस, दया, भलाई, बिस्वास,
क्युं क मसी ईसु म नइ तो सुन्नत कराबाळो, अर नइ सुन्नत नइ कराबाळो क्यु मांयनै राखै ह। पण बिस्वास जखो परेम की बजेऊँ काम करै ह बोई मांयनै राखै ह।
अर मसी का बि प्यार-परेमनै जाण सको जखो सगळी समजऊँ नाकै ह। अर थे परमेसर का सुभाव म भर्यापूरा होज्याओ।
अर जखा आपणा परबु ईसु मसीऊँ नइ मिटबाळो प्यार-परेम राखै ह, बा सगळा प परमेसर की दया होती रेह्वै।
म पक्कोई आ जाणू हूँ क म जिंदो रेहस्युं। अर थारा बिस्वास अर आनंदनै बढाबा ताँई थारै सागैई रेहस्युं।
क्युं क सची सुन्नतहाळा तो आपाई हां बे कोनी, क्युं क आपा परमेसरनै बिकी आत्माऊँ ध्यारां हां अर आपा इ जगत की बाता प नइ पण मसी ईसु प गुमान करां हां।
परबु को संगरो राख'र सदाई राजी-खुसीऊँ रेह्ओ, म ओज्यु थानै खेऊँ हूँ, राजी-खुसीऊँ रेह्ओ।
बिस्वास, आस करेड़ी चिजा मिलबा को पूरो भरोसो, अर नइ दिखबाळी चिजा को पुक्तो सबूत ह।
बिस्वास करबा की बजेऊँई बो राजा की झाळ को डर कोनी मान्यो अर बो मिसरनै छोड दिओ। बो सक्यु सेण करग्यो क्युं क बो अंय्यां को भिवार कर्यो मानो नइ दिखबाळा परमेसरनै देख लिओ हो।
इ बात की बजेऊँ थे राजी रेह्ओ, पण क्युंक टेम ताँई थारो भात-भातऊँ बिचास्या जाबाऊँ दुखी होबो बी जरूरी ह।
जणा इब थे जखा बिपै बिस्वास करो हो, बा ताँई बो भाठो अंय्यां को ह, जिको मोलई कोनी लगायो जा सकै। पण बिपै बिस्वास कोनी करबाळा ताँई बो भाठो अंय्यां को ह, “जि भाठानै चेजारा ख्याई जोगो कोनी जाण्या, बोई कूणा को भाठो निकळ्यो।”
क्युं क जद बो रूखाळो मसी जखो सकै उपर परधान ह परगट होसी, जणा थानै मेमा को मुकट मिलसी अर इ मुकट की रंगत कदैई कोनी जावै।