पण ज मेरा दियड़ा पाणी मऊँ कोई पिसी जणा बो ओज्यु कदैई कोनी तिसायो होसी। बि पाणीऊँ जखो म बानै देस्युँ, बिऊँ बे अजर-अमर जीवन ताँई जीवन देबाळा पाणी को झरनो बणज्यासी।”
अर इब म खुद जिंदो कोनी हूँ, पण मसी मेरै म जीवै ह। अर ज म काया म जिंदो हूँ तो बस बि बिस्वासऊँ जिंदो हूँ जखो परमेसर का बेटा प ह, जखो मेरूँ परेम कर्यो अर मेरै ताँई खुदनै दे दिओ।
क्युं क आ परमेसर की दयाई ह क थे बिपै बिस्वास कर्या जणा थानै बचा लिओ गयो। अर ओ थारा करमा की बजेऊँ कोनी पण परमेसर का दान की बजेऊँ होयो ह। जिऊँ इकै बारां म कोई फांप कोनी मार सकै।
क्युं क म्हें आ कोनी चावां क थे आळसी बणो, पण म्हें आ चावां हां क थे बा मिनखा किसी चाल चालो जखा बिस्वास अर थ्यावसऊँ बा बाता का वारिस हीं जाको करार परमेसर कर्यो हो।
इब म, थारै माला बिस्वासी मंडळी का मुखियाऊँ अरदास करूं हूँ। म खुद एक बिस्वासी मंडळी को मुखियो हूँ अर मसी जखो दुख भोग्यो हो बिको म गुवा हूँ अर आबाळी मेमा को म पाँतीवाळ हूँ।