मिनख का बेटानै तो मरनोई ह जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह। पण कत्ती बुरी दसा ह बि मिनख की जिकी बजेऊँ मिनख को बेटो पकड़ायो जासी। इऊँ चोखो तो ओ होतो क बो मिनख जलमतोई नइ।”
क्युं क म थानै बताऊँ हूँ, थे जखो देखो हो बानै बोळा परमेसर की खेबाळा अर राजा देखबो चावै हा। पण बे देख कोनी सक्या अर जखो थे सुणो हो बा बे कोनी सुण सक्या।”
अर बाऊँ बोल्यो, “अ बे बाता हीं जखी म जनाड़ै बोली ही जद म थारै सागै हो। अ सगळी बात जखी मूसा का नेम-कायदा म, परमेसर की खेबाळा अर भजना की पोथी म मंडरी ह सगळी पूरी होणीई ही।”
जणा बे पोलुस की सुणबा ताँई एक दिन राख्यो। अर बि दिन जठै बो रेहर्यो हो बठै बोळासारा मिनख आर भेळा होया। जणा बो मूसा का नेम-कायदा अर परमेसर की खेबाळा की पोथ्याऊँ ईसु क बारां म समजाबा की कोसिस करतो बानै परमेसर का राज क बारां म समजायो। बो दिनग्याऊँ लेर दिन ढळबा ताँई इमई लाग्यो रिह्यो।
अंय्यां को कोई परमेसर की खेबाळो होयो हो के जिनै थारा बाप-दादा कोनी सताया हो? बे बा परमेसर की खेबाळानै मार गेर्या जखा बि परमेसर का धरमी दास क आबा को समचार पेल्याई दिआ करता हा। अर ठिक बंय्यांई थे बी बिनै धोकाऊँ पकड़ाबाळा अर मारबाळा होया।