ईं वाते मूँ थाँने केवूँ के, अणा मनकाँ का विरोद में कई मत करो आने अस्यानीस छोड़ दो। यद्याँ आका ईं काम अन ओजणा मनकाँ की आड़ीऊँ हे तो वे वस्यानीस खतम वे जाई,
विस्वास की वजेऊँ जद्याँ परमेसर अबराम की परक कररिया हा, तद्याँ वणी इसाक की बली चड़बा की पुरी त्यारी कर लिदी। जद्याँ के परमेसर वणीऊँ क्यो हो के, “इसाकऊँ थाँरो बंस आगे बड़ी।” ईंका केड़े भी अबराम जिंने वादो मल्यो हो, वो आपणाँ एकलोता बेटी की बली देबा का वाते त्यार वेग्यो।