2 के, मने घणो दुक हे अन मारा मन में घणी पिड़ा हे।
हो मारा भायाँ-बेना, मारी मन की मरजी हे अन मूँ परमेसरऊँ हाराई इजराएली मनकाँ का वाते परातना करूँ हूँ के, वीं बंचाया जावे।
मूँ मसी में हाँची बोलरियो हूँ। मूँ जूट ने बोलूँ अन मारो मन ज्यो पुवितर आत्माऊँ मारी गवई देवे हे
काँके, अस्यान वे सकतो के, मूँ यो छातो के, मूँ मारा यहूदी भई-बेन अन मारा देस का मनकाँ का वाते खुद पे हराप लेन ले मसीऊँ अलग वे जातो।
मूँ ईं बात ने पेल्याईं क्यो हो अन अबाणू भी रो-रोन केरियो हूँ के, नरई मनक आपणी रेणी-सेणीऊँ मसी की हूळी की मोत का दसमण हे।
मूँ दो गवा ने अदिकार देऊँ वीं एक हजार दोस्ये हाठ दनाँ तईं परमेसर की बाताँ बताई। वीं बोरियाँ का गाबा पेरिया तका वेई, जीं दक ने बतावे हे।”